जान्जगीर-चाम्पा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सक्ती, 19 सितंबर। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी मौली फिश के संचालक अमित तंबोली के द्वारा अपने कलाकृति का प्रदर्शन करते हुए 2 फीट ऊंचाई एवं 3 फीट चौड़ाई के सुंदर आकर्षक पंडाल में भगवान गजानन की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से नौ दिवस तक पूजा अर्चना की गई जहां गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तब पूरे 9 दिवस श्रद्धालु इस आकर्षक पंडाल एवं गणेश की प्रतिमा की ओर प्रभावित हुए बिना नहीं रहे वहीं सक्ती अंचल के स्थानीय कलाकार की उनके कलाकृति को लेकर प्रशंसा की गई।
इस संबंध में मौली फिश के संचालक अमित तंबोली ने बताया कि प्रत्येक वर्ष भगवान गणेश की प्रतिमा ऐसे ही छोटे पंडाल में मेरे द्वारा विराजित कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है उन्होंने समस्त श्रद्धालुओं को धन्यवाद देते हुए कहा है कि कला के साथ-साथ आस्था भक्ति के लिए मुझे जिस तरह से प्रोत्साहन मिलता है उसके लिए मैं आप सभी का आभारी हूं।
क्या है इस पंडाल की विशेषता
इस संबंध में बताया गया कि पंडाल की साईज 36 इंच लम्बा 24 इंच चौड़ा एवं 36 इंच ऊंचा एवं इस पंडाल को बनाने में लगभग 30 घंटे स्ट्रक्चर एवं 60 घँटे डेकोरेशन में लगा (टोटल 90 घन्टा) का समय किस पर व्यतीत किया गया है वहीं पंडाल में इस्तेमाल होने वाली वस्तु में हार्ड बोर्ड, कार्ड बोर्ड, ग्लू सटीक, बोन फिक्स, फेविकोल, एवं पोगी(नड्डा) 15केजी पोंगी( नड्डा) से डोकोरेट किया गया है।
सुबह शाम आरती पूजन एवं होता है प्रसाद वितरण
सुबह शाम आरती पूजन एवं प्रसाद वितरण सारा दिन पोंगी(नड्डा) प्रसाद का वितरण किया जाता है, जहां पोंगी(नड्डा) के प्रसाद खाने बच्चे भारी मात्रा में पहुंच कर आरती पूजन में शामिल होते हैं। इस पोंगी(नड्डा) से बने छोटे से पंडाल को देखने एवं गणेश जी के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण करने भक्त परिवार के सदस्यों ने पूरे 9 दिवस तक अपनी अपनी सहभागिता निभाई।