बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 नवंबर। उप-तहसील पसान को कोरबा जिले में ही शामिल रखा जायेगा। इसे गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में शामिल नहीं किया जायेगा। पसान को तहसील का दर्जा भी दिया जायेगा।
पेंड्रा पहुंचे राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने आज मीडिया से बात करते हुए यह जानकारी दी। ज्ञात हो कि 10 फरवरी 2020 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पाली-तानाखार के विधायक मोहित केरकेट्टा की मांग पर पोड़ी-उपरोड़ा तहसील के अंतर्गत आने वाली उप-तहसील पसान को नये जिले में शामिल करने की घोषणा की थी। पसान के अंतर्गत 10 पटवारी हलके और 30 ग्राम पंचायत आते हैं। हालांकि पसान क्षेत्र के 12 गांव नये जीपीएम जिले के 20-25 किलोमीटर की दूरी में आते हैं। दो तीन पंचायतें सिर्फ 8-10 किलोमीटर की दूरी पर हैं। उन्होंने नये जिले में शामिल होने की सहमति भी दी थी। कोरबा में बनाये रखने की घोषणा से इन पंचायतों के ग्रामीण संतुष्ट हैं या नहीं इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा गया है। शेष ग्राम पंचायतों का कहना था कि उन्हें कोरबा के लिये आवागमन के साधन अधिक सुविधाजनक तरीके से मिल जाते हैं और व्यापारिक दृष्टि से भी वे कोरबा के संपर्क में अधिक रहते हैं। राजस्व मंत्री का कहना है कि लोगों की दिक्कतों को दूर करने के लिये पसान को पोड़ी-उपरोड़ा से अलग कर नया तहसील बनाया जायेगा। लोगों के अधिकांश काम तहसील स्तर पर ही हो जाते हैं। तहसील मुख्यालय बन जाने के बाद लोगों को पोड़ी-उपरोड़ा या कोरबा आने की कम जरूरत होगी।