राजनांदगांव

मंदिरों में टेका माथा और गार्डन-रेस्तरां रहे गुलजार
01-Jan-2022 1:59 PM
मंदिरों में टेका माथा और गार्डन-रेस्तरां रहे गुलजार

   नववर्ष का स्वागत के लिए देर रात जश्न, पुलिस रही मुस्तैद   

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 जनवरी।
साल 2022 का स्वागत और मौजूदा वर्ष 2021 को बिदाई देने के लिए आधी रात तक जहां लोग जश्न मनाते नजर आए। वहीं साल के पहले दिन 1 जनवरी को किसी ने मंदिर में परिवार के साथ माथा टेका, तो किसी ने मौज-मस्ती करते हुए पूरे दिन सैर-सपाटे में अपना समय बिताया। 2022  के स्वागत के लिए गली-मोहल्लों में डीजे के जरिये गीत-संगीत में लोग थिरकते रहे। युवाओं में खासतौर पर नववर्ष का स्वागत करने के लिए होड़ रही। साल 2021 को बिदाई देने के साथ युवाओं ने खास तैयारी करते हुए नए साल का शानदार स्वागत किया। शहर के रेस्तरां और होटल पूरी तरह से पहले दिन खचाखच भरे रहे।

गार्डन और उद्यानों में भी लोगों ने नए साल के पहले दिन को यादगार बनाने के लिए सैर सपाटा किया। बच्चों के मनोरंजन के लिए परिवार के लोगों ने स्थानीय चौपाटी स्थित सरोवर में बोटिंग का मजा लिया। सडक़ों में 2022 के स्वागत में स्लोगन भी युवाओं ने लिखा। गली-मोहल्लों में युवकों ने अलग-अलग टोली में जमकर नाच-गान किया।

नए साल के पहले दिन शनिवार को लोगों ने शहर में जश्र और मौज-मस्ती के साथ बिताया। जबकि धार्मिक भावना से ओतप्रोत होकर एक वर्ग ने बेहद ही शांति के साथ मंदिरों में अपना समय गुजारा। शहर के देवालयों में नए साल का आगाज करने के लिए लोग सुबह से पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचे। शहर के अलावा जिले के प्रसिद्ध मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ अन्य दिनों की तुलना में अधिक रही। इस बीच युवा वर्ग ने आज पूरे दिन मौज-मस्ती के साथ अपना समय व्यतीत किया। इससे पूर्व शुक्रवार देर रात को युवा वर्ग नए वर्ष का स्वागत पटाखे फोडक़र और केक काटकर किया। इसके अलावा विविध अयोजनों के साथ ही देर रात तक कई लोग आतिशबाजी और नाच-गान करते खुशियां मनाई। वहीं केक काटकर भी खुशियां बांटी। साल की बिदाई और और नए साल का स्वागत करने अंचल में जश्न का माहौल रहा।

इधर साल के पहले दिन शानिवार को युवाओं की अलग-अलग टुकड़ी ने पर्यटन स्थलों में जाकर इस दिन को यादगार बनाने की कोशिश की। गीत-संगीत के साथ युवा दिनभर विविध आयोजन के जरिए व्यस्त रहे। शहर से सटे प्रमुख पिकनिक स्पॉट भी आज के दिन भी गुलजार रहे। उधर शहर के शीतला मंदिर, पाताल भैरवी में सुबह से ही लोगों ने नए साल में तरक्की और सुखमय जीवन के लिए माथा टेका। फुहड़ संगीत और शोरगुल से परे होकर शहर का एक वर्ग ऐसा भी है, जो शांतिमय तरीके से पूजा-अर्चना से अपनी खुशहाली की कामना करता है। नए साल के पहले दिन शहर में हर वर्ग ने अपने-अपने तरीके से गुजरे साल को जहां अलविदा कहा। साल के पहला दिन होने के कारण लोगों ने परिवार को पूरा वक्त दिया।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news