राजनांदगांव
कलेक्टर सिन्हा ने तय की प्रशासन की प्राथमिकताएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 जनवरी। साल 2022 में विकास की रफ्तार को और बढ़ाने तथा कोरोना की तीसरी लहर से बचने के ठोस उपायों पर प्रशासन ने जोर देते हुए राज्य सरकार की नीतियों को जमीनी स्तर पर मूर्तरूप देने का संकल्प लिया है।
शनिवार को नए वर्ष के पहले दिन कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने मीडिया से चर्चा करते अपनी प्राथमिकता में जिले की विकास की गति को बढ़ाने और संभावित कोरोना की तीसरी लहर से बचाव को शामिल किया है। कलेक्टर सिन्हा का कहना है कि राज्य सरकार की जन नीतियों को जमीनी स्तर पर मूर्तरूप दिया जाएगा। ताकि विकास के कार्य में ढि़लाई न हो। उन्होंने अपने मातहत अफसरों और जनता से विकास की धारा को तेज करने के लिए अपेक्षित सहयोग देने का आग्रह करते कहा कि राजनांदगांव जिले के विकास पर प्रशासन शासन के निर्देशानुसार काम कर रहा है।
राज्य सरकार जिले में सर्वांगीण विकास की ओर एक स्पष्ट नीति के तहत आगे बढ़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के चुनौती के बीच विकास की गति को बनाए रखना एक कठिन चुनौती है। उन्होंने जनसमुदाय से अपील करते कहा कि संभावित कोरोना की तीसरी लहर से पूर्व टीका लगाने में ढिलाई न बरतें।
उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिले के 20 लाख की आबादी ने कोरोना के प्रथम और द्वितीय डोज ले लिए हैं। उन्होंने दूसरी डोज से छूटे लोगों को स्वमेव आगे आने की अपील की है।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि विकास के साथ-साथ कोरोना संक्रमण से बचने और सुरक्षा को लेकर प्रशासन की पूरी तैयारी है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि 2022 का साल एक सुखमय वर्ष साबित होगा। पिछले तीन साल से वैश्विक महामारी के कारण लोग परेशान हैं। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी शामिल थे।