राजनांदगांव
![सांस्कृतिक विरासत एवं पर्यावरण सुरक्षा परिषद के रमेश बने अध्यक्ष सांस्कृतिक विरासत एवं पर्यावरण सुरक्षा परिषद के रमेश बने अध्यक्ष](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/16410336311.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 1 जनवरी। प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में विविध सांस्कृतिक पुरातात्विक एवं कलात्मक गतिविधियों के प्रोत्साहन एवं संरक्षण हेतु विभाग में अध्ययनरत छात्र छात्राओं के द्वारा सांस्कृतिक विरासत एवं पर्यावरण सुरक्षा परिषद का गठन प्रोफेसर डॉक्टर मृदुला शुक्ला अधिष्ठाता कला संकाय के अध्यक्षता में किया गया।
सर्वसम्मति से श्रेयांश सिंह अध्यक्ष, रमेश कुमार वर्मा उपाध्यक्ष, पुष्पेंद्र वर्मा सचिव एवं हुनेश्वरी वर्मा कोषाध्यक्ष मनोनीत किए गए। इस अवसर पर परिषद को संबोधित करते हुए कला संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर मृदुला शुक्ला ने कहा की विद्यार्थी अपने चयनित विषयों का अध्ययन करते हुए सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण बनाए रखने में सकारात्मक कदम उठा सकते हैं।
इस प्रकार के परिषद से छात्र छात्राओं के व्यक्तित्व का विकास होता है तथा व्यवहारिक पक्ष के प्रशिक्षण से ज्ञान वर्धन भी होता है। इनके सहयोग से समाज व राष्ट्र के विकास में अहम भूमिका होती है। विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ मंगलानंद झा परिषद के गठन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा तथा संस्कृति का गहरा नाता है। हमारी संस्कृति तथा उसकी विरासत को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाने तथा उसके संरक्षण करने का कार्य शिक्षा से ही संभव है। हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रभाव व्यक्तित्व निर्माण पर भी पड़ता है। सांस्कृतिक विरासत को नष्ट होने से बचाने तथा इससे संबंधित जानकारी साझा करने व लोगों को इसके प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य इस परिषद का गठन किया गया है, जिसमें विद्यार्थियों की भूमिका का निर्वहन हो सके ।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मृदुला शुक्ला ,डॉ मंगलानंद झा, चैन सिंह नागवंशी, आराधना चतुर्वेदी, मोहन कुमार साहू, प्रशांत चौरे सहित स्नातक एवं स्नातकोत्तर के विद्यार्थी गण उपस्थित थे।