राजनांदगांव
![वैज्ञानिकों ने किया खेतों का निरीक्षण समस्याओं का किया निराकरण वैज्ञानिकों ने किया खेतों का निरीक्षण समस्याओं का किया निराकरण](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1641035942jn__11.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 1 जनवरी। छुईखदान कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र छुईखदान द्वारा कृषि विश्वविद्यालय आपके द्वार कार्यक्रम के तहत कृषि शिक्षा एवं कृषि तकनीकी जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन 24 से 28 दिसंबर तक 5 ग्राम पंचायतों रामपुर (नवागांव), श्यामपुर, बीरूटोला, कोडका एवं हाटबंजा में किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र छुईखदान के अधिष्ठाता डॉ. एनके रस्तोगी ने किसानों को फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए नई तकनीकी एवं उन्नत किस्मों के उच्च गुणवत्ता वाले बीज बोने एवं कृषकों द्वारा स्वयं का बीज तैयार करने के बारे में बताया। साथ ही फसल की अधिक उत्पादकता के लिए बीज, कृषि विश्वविद्यालय के प्रेक्षेत्रों, बीज निगम या किसी अन्य प्रमाणित स्रोतों से ही लेने के बारे में कृषकों को जानकारी दी। महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक व वैज्ञानिक डॉ. बीएस असाटी ने बताया कि किसानों को विभिन्न प्रकार के साग-सब्जियों के रोपण विधि एवं वैज्ञानिक तरीके अपनाने को कहा। उन्होंने कहा कि वे अपने बच्चों को कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ाने प्रेरित करें। सहायक प्राध्यापक डॉ. भावना शर्मा ने किसानों को कृषि प्रौद्योगिकी को परंपरागत कृषि से जोडऩे सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि किस प्रकार नई कृषि प्रौद्योगिकी किसानों को नए आयामों तक ले जा सकती है। उन्होंने फसलों की नई किस्मों के गुणों के बारे में जानकारी दी एवं बीजों में अन्य किस्मों के मिश्रण को रोकने के तरीकों के बारे में भी बताया गया।
पौध रोग वैज्ञानिक राजेश्वरी कुर्रे ने किसानों को फसलों में लगने वाले बीमारियों एवं उसके रोकथाम की विधियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी एवं किसानों को उधमी बनाने एवं उनकी आय बढ़ाने के लिए मशरूम की खेती को अपनाने प्रेरित किया। महाविद्यालय के अधिष्ठता एवं वैज्ञानिकों ने किसान योगेश साहू, सुखराम चंद्र ठाकुर, हिमांशु वदल, सरपंच बृजलाल साहू के खेतों का भ्रमण कर फसल संबंधी समस्याओं का निरीक्षण कर उसका समाधान बताया। पांच दिवसीय कार्यक्रम में डॉ. इंदपाल सिंह पैकरा, दीपक कुमार, कोमल प्रसाद गांवरे, अमरचंद साहू, पूर्णिमा निषाद सहित अन्य कर्मचारीगण तथा किसान व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।