राजनांदगांव
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प्रीति श्रीश्रीमाल राजस्थान में 10 फरवरी को लेगी जैन दीक्षा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 जनवरी। संस्कारधानी नगरी राजनांदगांव के गौरवशाली इतिहास में एक कड़ी और जुडऩे जा रही है। नगर में पली-बढ़ी सुराणा परिवार की बेटी प्रीति पत्नी स्व. विकास जी श्रीश्रीमाल रायपुर अगले माह 10 फरवरी को ब्यावर ( राजस्थान) में 6 अन्य मुमुक्षुओं के साथ श्री साधुमार्गीय शांत क्रांति जैन संघ के आचार्य, विश्व वल्लभ, प्रज्ञानिधि 1008 श्री विजय राज जी म.सा. के मुखारविंद से संयम अंगीकार करने जा रही है। इस अवसर पर श्रमणश्रेष्ठ श्री शांतिमुनिजी म.सा. सहित अनेक साधु साध्वियां प्रत्यक्ष आशीर्वाद प्रदान करेंगे।
श्री साधुमार्गीय शांतक्रांति जैन श्रावक संघ राजनांदगांव के अध्यक्ष संतोष जैन सावा एवं महामंत्री संजय छाजेड़ ने बताया कि प्रीति श्रीश्रीमाल के श्वसुर अखिल भारतीय साधुमार्गीय शांतक्रांति जैन श्रावक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाशचंद श्रीश्रीमाल व राजनांदगांव के सक्रिय युवा कार्यकर्ता तथा प्रीति श्रीश्रीमाल के भाई रेखचंद जैन ने किशनगढ़ राजस्थान में 1 जनवरी 2022 शनिवार को अपने परिजनों के साथ आचार्य श्री की सेवा में पहुंचकर परिवार की ओर से दीक्षा आज्ञा पत्र समर्पित किया।
उल्लेखनीय है कि प्रीति श्रीश्रीमाल का जन्म बालोद जिले के गांव संजारी में 11 नवंबर 1980 को हुआ। शिक्षा का प्रारंभ राजनांदगांव के जैन बाल मंदिर सदर बाजार से हुआ। तत्पश्चात महारानी लक्ष्मीबाई कन्या शाला में अध्ययन की फिर शासकीय दिग्विजय कॉलेज में स्नातक की शिक्षा पूर्ण की। साथ ही परिवार के धार्मिक वातावरण में रहते समता बालिका मंडल व अन्य संस्थाओं के माध्यम से अपनी धार्मिक गतिविधियों को आगे बढ़ाया। उनके परिवार से पिताजी स्व. इंद्र मुनि जी म.सा. माता जी स्व. गरिमा श्री जी म.सा. ने भी संयम अंगीकार किया था। वर्तमान में बड़ी बहन आशु कवियित्री विदुषी महासती श्री उज्जवल प्रभाजी म.सा.् महासती जी श्री कामना श्री जी म.सा. व ससुराल पक्ष में उनके नंदोई निश्चल मुनि जी म.सा. भी संयम जीवन में रहकर जिनशासन की शोभा बढ़ा रहे हैं।
सकल जैन श्री संघ राजनांदगांव के अध्यक्ष नरेश डाकलिया ने प्रीति श्रीश्रीमाल के इस निर्णय की अनुमोदना करते उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।