राजनांदगांव
![नांदगांव मेडिकल कॉलेज में यथावत सेवाएं देंगे डॉ. प्रकाश खुंटे नांदगांव मेडिकल कॉलेज में यथावत सेवाएं देंगे डॉ. प्रकाश खुंटे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1641884838r._Prakash_Khunte.jpg)
कोरोना की तीसरी लहर के बीच तबादला रद्द होना शहर के लिए अच्छी खबर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 जनवरी। राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में पदस्थ मेडिसीन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. प्रकाश खुंटे का स्थानांतरण आखिरकार रद्द हो गया। कोरोना की तीसरी लहर के बीच उनका तबादला रद्द होना शहर के लिए अच्छी खबर मानी जा रही है। पहले और दूसरे लहर में डॉ. प्रकाश खुंटे ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कोरोनाग्रस्त मरीजों को 24 घंटे सेवाएं दी। उनकी दवाईयों और सलाह के कारण हजारों की जान बची। डॉ. खुंटे का योगदान इसलिए भी अहम है, क्योंकि वह स्वयं संक्रमित होकर भी लोगों की चिकित्सकीय मदद के लिए आगे रहे।
डीएमई ने कुछ दिन पहले डॉ. खुंटे को पदोन्नति के पश्चात दुर्ग स्थित चंदूलाल चंद्रकार मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में पदस्थ कर दिया था। दुर्ग तबादला होने के बाद से शहर के राजनीतिज्ञ और गैरराजनीतिज्ञ वर्ग ने स्थानांतरण को रद्द करने के लिए एक अभियान छेड़ा।
मिली जानकारी के मुताबिक महापौर हेमा देशमुख ने एक तरह से तबादला को रद्द कराने के लिए अभियान शुरू किया। उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष डॉ. खुंटे के स्थानांतरण को फौरन राजनांदगांव शहर के हित के मद्देनजर रद्द करने की मांग की। मुख्यमंत्री को डॉ. प्रकाश खुंटे के कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुए महापौर ने कोरोनाकाल में उनकी सेवाओं को लेकर विस्तृत जानकारी दी। आखिरकार राज्य सरकार ने उनका तबादला रद्द कर दिया है। महापौर हेमा देशमुख ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार जताया है। इस बीच डॉ. खुंटे के लिए शहर के दूसरे प्रमुख वर्ग ने भी तबादला रोकवाने के लिए अपने स्तर पर पूरा जोर लगाया। मेडिकल कॉलेज में उनकी गैरमौजूदगी से होने वाले नुकसान को लेकर लोगों ने काफी प्रयास करते हुए तबादला पर रोक लगाने कोई कसर नहीं छोड़ी। डॉ. खुंटे एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर स्थानीय मेडिकल कॉलेज में ही यथावत पदस्थ रहते लोगों का उपचार करेंगे।