राजनांदगांव
उपरवाह, घुमका, पदुमतरा धान खरीदी केन्द्रों का लिया जायजा
राजनांदगांव, 11 जनवरी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने मंगलवार सुबह से ही तेज बारिश में धान की सुरक्षा की व्यवस्था देखने धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राम उपरवाह, घुमका, पदुमतरा के धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण कर धान की सुरक्षा की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और समिति प्रबंधकों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने धान खरीदी केन्द्र में धान की सुरक्षा व्यवस्था से संतुष्टि जाहिर की। उन्होंने समिति प्रबंधकों से कहा कि धान खरीदी केन्द्र में बारिश का पानी नहीं रूकना चाहिए। सभी व्यवस्था दूरूस्थ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले में धान की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किया गया है। 149 धान खरीदी केन्द्रों में धान को केप कव्हर से ढंका गया है। बारिश के पानी निकासी की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि बारिश के पानी से धान को कोई नुकसान नहीं हुआ है। सभी जगह धान सुरक्षित है। साथ ही धान उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी लगातार जारी है।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि जिले में लगातार धान खरीदी की व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। मौसम विभाग द्वारा बारिश होने की जानकारी पहले ही मिल गई थी। इसके लिए सभी धान खरीदी केन्द्रों को बारिश से धान की सुरक्षा के लिए सतर्क किया गया था। पूरा राजस्व अमलाए खाद्य एवं सहकारिता विभाग धान खरीदी केन्द्रों का भ्रमण कर निरीक्षण कर रहे हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है। उन्होंने कहा कि जिले में कल से लगातार बारिश हो रही है, लेकिन बारिश से धान को बचाने धान की स्टैकिंग लगाकर सभी धान को केप कव्हर से ढंका गया है। धान खरीदी केन्द्र में बारिश से धान नहीं भीगा है। धान पूरी तरह सुरक्षित है। धान को किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं हुआ है। इस दौरान जिला खाद्य अधिकारी भूपेन्द्र मिश्रा, महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सुनील वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
दूसरे दिन की झड़ी से कड़ाके की सर्दी
खराब मौसम से लोगों की परेशनी एक बार बढ़ गई है। बेमौसम बारिश का सिलसिला मंगलवार को भी रहा। पिछले दो दिन से झड़ी के साथ बादल लगातार बरस रहे हैं। इससे पहले दिसंबर के आखिरी में भी अचानक बेमौसम बरसात होने से लोगों की तकलीफेंं बढ़ गई थी। खासतौर पर किसानों के लिए खराब मौसम परेशानी बढ़ा रहा है।
किसानों को अपनी उपज को बचाने के लिए कई तरह के जतन करने पड़ रहे हैं। खराब मौसम की मार पडऩे से रबी की फसलें तबाह हो रही है। चना, गेंहू और दलहन की खेती को पिछली बारिश से काफी नुकसान हुआ था। कुछ दिनों के अंतराल में फिर से बादल बरसने के कारण रबी की फसल लगभग नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई है। दो दिन से लगातार बारिश होने की वजह से तापमान तेजी से लुढक़ गया है।
मौसम के खराब रूख की वजह से आम लोगों की दिनचर्या पर प्रतिकूल असर पड़ा है। मौसम बिगडऩे के कारण लोग घरों में ही दुबकने के लिए विवश हो गए हैं। पारा गिरने से ठंड का भी असर दिख रहा है। दिन का तापमान गिरने से लोगों का अलाव का सहारा लेना पड़ा। इस बीच सुबह से बरसते बादलो ने दिनभर झड़ी का शक्ल अख्तियार कर लिया। समूचे जिले में बरसात होने से खेतिहर मजदूरों के चेहरे में तनाव बढ़ गया। माना जा रहा है कि रबी की फसल इस सीजन में बारिश से लगभग नष्ट हो गई है।