राजनांदगांव
विभाग ने जारी किया ट्रोल फ्री नंबर 1800-419-0344, क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे भी शुरू
राजनांदगांव, 12 जनवरी। बेमौसम बारिश से तबाही की कगार पर खड़ी रबी की फसलों के लिए अगला एक-दो दिन बेहद अहम होगा। नाजुक स्थिति में खड़ी चना, गेहूं और दलहन-तिलहन की उपज के लिए अगले एक-दो दिन बारिश नहीं होना फायदेमंद हो सकता है। यदि बारिश नहीं हुई तो फसलों को सम्हलने का मौका मिल जाएगा। जिले में पिछले 15 दिनों के भीतर अचानक बरसे बादलों से रबी की फसलों को खासा नुकसान हुआ है। एक जानकारी के मुताबिक अब तक हुई बारिश से 50 से 60 फीसदी फसलें सडऩे की ििसति में है। खेतों में पानी भरने से सर्वाधिक नुकसान चने की फसल को हो रहा है। गेहूं को बरसात से चने की तुलना में कम नुकसान हुआ है।
जिले में कृषकों द्वारा रबी मौसम में कुल 171000 हेक्टेयर रकबे में फसल ली गई है। विगत दिनों से जिले में पश्चिमी विक्षोभ के कारण असमायिक वर्षा हो रही है। जिसके कारण फसलों को क्षति होने की संभावना है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत अधिसूचित ग्राम के अधिसूचित फसल गेहूं सिंचित, गेहूं असिंचित, चना एवं अलसी फसलों को नुकसान होने की स्थिति में बीमित किसान को दावा भुगतान का प्रावधान है। जिसके तहत बीमित किसान को फसल नुकसान की सूचना बीमा कंपनी, कृषि विभाग, राजस्व विभाग एवं बैंक को घटना के 72 घंटे के भीतर दिया जाना अति आवश्यक है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष रबी फसलों में अधिक बीमा आवरण किसानों को शामिल किया गया है। इस रबी वर्ष में कुल 9 हजार 767 किसानों ने 1 लाख 26 हजार 490 हेक्टेयर का बीमा किया है। फसल क्षति की सूचना उपरांत बीमित कृषकों में से प्रभावित कृषक योजना के तहत प्रावधानानुसार लाभ प्राप्त करने हेतु पात्र होंगे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत कंडिका क्रमांक-13-(ख) स्थानीय आपदाओं की स्थिति में स्थानीय जोखिम ओला वृष्टि, जल प्लावन, बादल का फटना, प्राकृतिक आकाशीय बिजली से अधिसूचित फसल में नुकसान होने की स्थिति में व्यक्तिगत बीमित कृषकों को क्षतिपूर्ति दिए जाने का प्रावधान है। यदि किसी प्रभावित अधिसूचित इकाई में 25 प्रतिशत से अधिक हानि होती है, तो उन सभी प्रभावित बीमित कृषकों के नुकसान की जांच कर नियमानुसार क्षतिपूर्ति हेतु पात्र घोषित की जाएगी।
कृषक इसकी सूचना क्रियान्वयन बीमा कंपनी को सीधे टोल फ्री नंबर 1800-419-0344 पर या लिखित रूप से अथवा स्थानीय राजस्व, कृषि अधिकारी, संबंधित बैंक अथवा जिला कृषि पदाधिकारी, राजस्व पदाधिकारी को लिखित रूप से निर्धारित समय-सीमा 72 घंटे के भीतर बीमित फसल के ब्योरे क्षति की मात्रा तथा क्षति के कारण सहित सूचित करना होगा। विकासखंड स्तरीय कृषि, राजस्व विभाग के अधिकारी एवं बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि द्वारा फसल क्षति का आकलन करेंगे। इस घटक के अंतर्गत अधिकतम देय सहायता बीमित राशि के अध्याधीन प्रभावित क्षेत्र की आपदा घटित होने तक फसल की कास्त लागत के अनुपात में होगी। यदि फसल कटाई प्रयोगों के आधार पर अधिसूचित क्षेत्र में दावा भुगतान स्थानीय क्षति पूर्ति से अधिक निर्धारित होता है, तो दोनों में से जो भी दावा अधिक होगा, बीमित कृषक को देय होगा।
बीमा कंपनी को सूचना करने की अपील
उप संचालक कृषि जीएस ध्रुवे ने छत्तीसगढ़ से कहा कि किसानों ने फसल क्षति की सूचना क्रियान्वित एग्रीकल्चर इश्योरेंस बीमा कंपनी को सीधे टोल फ्री नम्बर 1800-419-0344 या राजस्व, कृषि, संबंधित बैंक को लिखित रूप से या क्रॉप इंश्योरेंस एप के माध्यम से निर्धारित समय सीमा 72 घंटे के भीतर बीमित फसल के ब्योरे, क्षति की मात्रा तथा क्षति के कारण सहित सूचित करने की अपील की है।
मानपुर में हुई सर्वाधिक 40.3 मिमी वर्षा
राजनांदगांव जिले में इस वर्ष चालू मानसून वर्ष में 1 जून 2021 से अब तक 10840.3 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। एक जून से अब तक राजनांदगांव जिले में कुल 1084.0 मिमी औसत बारिश हुई। जिले की सभी 10 तहसीलों में 147.8 मिमी एवं औसतन 14.8 मिमी बारिश हुई है। सर्वाधिक वर्षा मानपुर तहसील में 40.3 मिमी रिकार्ड की गई। अब तक हुई बारिश के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अब तक सर्वाधिक वर्षा मानपुर तहसील में 1420.7 मिमी हुई है।
भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार गंडई तहसील में 10.3 मिमी, छुईखदान तहसील में 5.6 मिमी, खैरागढ़ तहसील में 3.5 मिमी, डोंगरगढ़ तहसील में 13.2 मिमी, राजनांदगांव तहसील में 11.8 मिमी, छुरिया तहसील में 15.4 मिमी, डोंगरगांव तहसील में 18.9 मिमी, चौकी तहसील में 7.2 मिमी, मोहला तहसील में 21.6 मिमी और मानपुर तहसील में 40.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है।