राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जनवरी। एक नाबालिग युवती को बहला-फुसलाकर अपहरण कर शारीरिक संबंध बनाने वाले आरोपी को डोंगरगढ़ पुलिस ने दुर्ग से ढूंढ निकाला है। आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है। वहीं पुलिस ने नाबालिग युवती को भी बरामद कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 21 जनवरी को प्रार्थी ने डोंगरगढ़ थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 17 जनवरी को उसकी नाबालिग नातिन दोपहर से घर से कहीं चली गई है। उसने पुलिस के समक्ष आशंका जताया कि कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा नाबालिग को बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया है। रिपोर्ट पर गुम इंसान एवं अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग ओपी पाल, एसपी संतोष सिंह तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश बढ़ई एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगढ़ कृष्णकुमार पटेल द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते एवं प्रकरण की गंभीरता को देखते तत्काल थाना स्तर पर टीम गठित कर दुर्ग, भिलाई, राजनंादगांव एवं सरहदी राज्य मप्र, महाराष्ट्र व नागपुर में निरंतर पता तलाश की जा रही थी।
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि नाबालिग को गोविंदा उर्फ मोनू मेश्राम निवासी बंगालीपारा डोंगरगढ़ द्वारा भगाकर ले जाकर उरला दुर्ग में रखा गया है। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक शिव चंद्रा के नेतृत्वमें तत्काल टीम उरला दुर्ग रवाना होकर नाबालिग को आरोपी गोविंदा के कब्जे से बरामदकर पूछताछ किया गया। पूछताछ में पीडि़ता द्वारा आरोपी गोविंदा द्वारा बहला-फुसलाकर भगाकर ले जाकर शारीरिक संबंध बनाना बताई है।
आरोपी का कृत्य अपराध धारा सदर 363, 366, 376 (2) (ढ़) भादवि 4,5, (ठ) 6 पाक्सो एक्ट पाए जाने से 23 जनवरी को आरोपी गोविंदा को विधिवत गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है।
उक्त कार्रवाई में उनि राधा बोरकर, आर. गजेन्द्र भारद्वाज, आर. परस ध्रुव की भूमिका सराहनीय रहा।