राजनांदगांव
4 हजार क्विंटल की खरीदी के बाद आज शाम साफ्टवेयर होगा लॉक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 फरवरी। राजनांदगांव जिले के 95 फीसदी किसानों से उपज खरीदने के बाद सोमवार देर शाम को समर्थन मूल्य पर खरीदी बंद हो जाएगी। निर्धारित समय के अनुसार शाम 5 बजे तक धान बेचने का आखिरी मौका है। इसके बाद साफ्टवेयर स्वमेव लॉक हो जाएगा।
इस साल सरकार ने तकरीबन सवा दो माह किसानों से उपज की खरीदी की। धान खरीदी के बीच खराब मौसम ने भी किसानों और प्रशासन को हलाकान कर दिया। बेमौसम बारिश से सोसाइटियों में रखे धान की छल्लियां खराब हुई। वहीं उठाव में परिवहन की व्यवस्था पर भी प्रतिकूल असर पड़ा। खरीदी के दौरान दो बार खराब मौसम ने खरीदी में खलल डाला। खरीदी प्रभावित होने के बाद राज्य सरकार ने 31 जनवरी की आखिरी तारीख को 7 फरवरी तक कर दिया। जिसके चलते धान बेचने में पिछड़े किसानों को अपनी उपज बेचने का मौका मिला।
मिली जानकारी के मुताबिक जिले में इस साल फसल बेचने के लिए दो लाख 12 हजार 536 किसानों ने पंजीयन कराया था। जिसमें एक लाख 95 हजार 674 किसानों ने फसल बेचा। इस तरह 17 हजार किसान पंजीयन कराने के बावजूद फसल नहीं बेच पाए। इसके पीछे अलग-अलग कारण गिनाए जा रहे हैं। इधर पंजीकृत किसानों से 82 लाख 22 हजार 867.20 क्विंटल धान की खरीदी की गई। बीते साल की तुलना में खरीदी ज्यादा हुई है। खरीदी के बाद 50 फीसदी सोसाइटियों से उठाव भी हो गया है। जिन सोसाइटियों में उठाव नहीं हुए हैं, वहां अलग-अलग परिस्थितियां बनी। इस साल शुरूआत से ही प्रशासन ने खरीदी के लिए तगड़ी मॉनिटरिंग की थी। विशेषकर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने खरीदी को लेकर ज्यादा रूचि ली। इसी के चलते बिना व्यवधान फसल की खरीदी हुई। खराब मौसम के दौरान उपज के रख-रखाव के लिए भी कलेक्टर ने त्वरित कदम उठाए। इस तरह इस साल धान की खरीदी कई मायने से उपलब्धि भरी रही। प्रशासन ने अंतर्राज्यीय सीमा पर भी धान की आवाजाही पर नजर रखी। यही कारण है कि सीमा पर दीगर राज्यों के किसान फसल बेचने में लगभग नाकाम रहे।