राजनांदगांव
![छन्नी पर हमलावर हुआ आदिवासी समाज, पति के आपराधिक कृत्य को राजनीतिक रंग देने का आरोप छन्नी पर हमलावर हुआ आदिवासी समाज, पति के आपराधिक कृत्य को राजनीतिक रंग देने का आरोप](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1644505839jn__3.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 फरवरी। खुज्जी विधायक छन्नी साहू की मुश्किलें फिलहाल खत्म नहीं हुई है। एक्ट्रोसिटी मामले में पति के जेल से जमानत पर छूटते ही आदिवासी समाज हमलावर हो गया है। समाज का आरोप है कि विधायक ने एक आदिवासी युवक के साथ पति द्वारा मारपीट किए जाने के मामले को राजनीतिक रूप से आम लोगों के सामने पेश किया है। वहीं समाज के गरिमा को भी विधायक और उनके समर्थकों ने खराब करने की कोशिश की है।
दरअसल बुधवार को आदिवासी समाज की ओर से राष्ट्रीय प्रवक्ता विष्णुदेव ठाकुर ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि पति के द्वारा एक अपराध की घटना को विधायक ने राजनीतिक रंग में बदल दिया। जिससे साफ है कि विधायक का इरादा आम लोगों से सहानुभूति बटोरना था। 4 दिसंबर 2021 को छुरिया में एक भारी वाहन के आदिवासी चालक के साथ खुलेआम विधायक के पति चंदू साहू ने मारपीट की। वहीं जातिसूचक गाली भी सार्वजनिक रूप से देकर चालक को सरेराह अपमानित किया। जिसके चलते समाज सामने आया है। अब विधायक के पति के हाथों हुई आपराधिक कृत्य पर राजनीति करते हुए समाज के खिलाफ माहौल बनाने की कथित कोशिश हुई है। इसी के चलते समाज में काफी नाराजगी है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता द्वारा विधायक से गुजरे तीन सालों में सामाजिक हित में खासतौर पर अवैध उत्खनन के मामले में क्या-क्या कदम उठाए गए हैं, इसकी जानकारी भी मांगी है। मसलन रेत माफिया, खनन माफिया और शराब माफिया के खिलाफ किस स्तर की उन्होंने लड़ाई की है। तीन साल के कार्यकाल में ऐसा कभी भी दिखाई नहीं दिया कि विधायक जनहित से जुड़े मामलों को लेकर काफी गंभीर हैं। समाज की ओर से पूछा गया है कि किसी जाति विशेष पर टिप्पणी करने का अधिकार किसी को नहीं है। समाज ने यह भी साफ करते कहा कि विधायक के खिलाफ उनकी लड़ाई नहीं है, क्योंकि विधायक किसी जाति विशेष का नहीं होता, चूंकि यह मामला सामाजिक लड़ाई में बदलता दिख रहा है, इसलिए आदिवासी समुदाय ने विधायक के पति के आपराधिक कृत्य को राजनीतिक रंग देने पर आपत्ति जताई है।
साहू समाज के जिलाध्यक्ष पर उठाए सवाल
आदिवासी समाज इस पूरे मामले में साहू समाज के जिलाध्यक्ष कमलकिशोर साहू के टिप्पणी से भी आहत है। राष्ट्रीय प्रवक्ता विष्णुदेव ठाकुर का कहना है कि विधायक पति चंदू साहू पर हुई कार्रवाई विशुद्ध रूप से कानूनी कार्रवाई है। इस मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज किया था। आदिवासी समाज के साथ हुई मारपीट के कारण समाज आगे आया। इसके जवाब में साहू समाज के जिलाध्यक्ष ने चुनौती देते हुए जिस तरह से अपना रवैया अपनाया, उससे समाज में नाराजगी है। प्रवक्ता का कहना है कि ऐसे व्यवहार को सामाजिक सौहार्द्र बिगाडऩे की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि साहू समाज के जिलाध्यक्ष को आदिवासी समुदाय से माफी मांगनी चाहिए। उधर साहू समाज के जिलाध्यक्ष कमलकिशोर साहू ने कहा कि सामाजिक सौहाद्र्र बिगाडऩे के आरोप बिल्कुल निराधार है। हमारा समाज शांतिप्रिय और सद्भाव के विचार को लेकर चलता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रशासन से शिकायत कर कार्रवाई का विरोध किया था। इसमें किसी समाज को पीड़ा नहीं होनी चाहिए।