बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 15 फरवरी। बलौदाबाजार इन दिनों अचानक से सीमेंट और सरिया के दाम बढ़ गए हैं, वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अवैध रेत खनन एवं परिवहन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाने के बाद रेत के दाम में भी भारी वृद्धि हो गई है तथा इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। आप लोगों का मकान बनाने का सपना थम सा गया है और जो लोग मकान बनवा रहे हैं, उन्हें अतिरिक्त भार वाहन करना पड़ रहा है। सीमेंट व्यवसायियों के अनुसार विगत 20 दिनों में सीमेंट के दाम में 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है। वर्तमान समय में सीमेंट निर्माताओं के द्वारा सीमेंट के दाम बढ़ाकर करीब 320 रुपये प्रति बोरी कर दिए जाने से बाजार में सीमेंट की मांग नहीं के बराबर हो गई है।
ग्राहकी ठप्प होने से व्यापारी परेशान
सीमेंट और सरिया सेनेटरी आइटम एवं अन्य सामग्री के दाम बढऩे से मकान बनने उपयुक्त समय में निर्माण पर ब्रेक लगा है वहीं महंगाई बढऩे के कारण हार्डवेयर व्यापारियों की ग्राहकी भी ठप पड़ी गई है केवल वहां काम जारी है जहां पहले ही मटेरियल मंगा लिया गया है लेकिन नए ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं।
निर्माण कार्य से जुड़े लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या
बिल्डिंग मटेरियल के दाम बढऩे के कारण निर्माणाधीन कार्य पर ब्रेक लग गया है नए निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं जिसके कारण इस कारोबार से जुड़े लोग अब किसी नए व्यवसाय की तलाश करने लगे हैं वही भवन निर्माण कार्य ठप होने से इस धंधे से जुड़े राज में स्त्रियों व श्रमिकों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न होने लगी है, मकान बनाने वाले लोग सीमेंट सरिया और रेत के दाम कम होने का इंतजार कर रहे हैं, शहर की कई ऐसी कॉलोनियों और आउटर इलाकों में बनने वाले मकानों का निर्माण बंद है।
कार्रवाई के बाद रेत के दाम भी आसमान की ओर
वहीं कुछ माह पूर्व 55 सौ रुपए प्रति क्विंटल वाले सरिया की कीमत बढ़ कर 6500 प्रति क्विंटल तक पहुंच चुकी है, इसी तरह भवन निर्माण सामग्री के कारोबार से जुड़े व्यापारियों के अनुसार अवैध रेत खनन के खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिए दिखाए गए। तेवर के बाद अधिकारियों द्वारा कार्यवाही शुरू करते ही रेत के दाम दूगुना स्तर पर पहुंच गया है। पूर्व में सात से आठ हजार प्रति हाईवा की दर से मिलने वाले वेतन 15000 बोली जा रही है, हालांकि अवैध रेत खनन के खिलाफ शुरू की गई। कार्रवाई इन दिनों थमी हुई है लेकिन रेत कारोबारियों द्वारा अवैध खनन जारी करने के बावजूद रेत के दाम में किसी प्रकार की कमी नहीं की गई है।
गौरतलब है कि बारिश के थमने के बाद सितंबर से मई माह के दौरान मकान निर्माण कार्य के लिए उपयुक्त माना जाता है, लेकिन सीमेंट सरिया और रेत के आसमान छूते दाम के चलते वर्तमान समय में निर्माण कार्य के प्रति लोगों के द्वारा रुचि नहीं दिखाई जा रही है।