राजनांदगांव

भारतीय संस्कृति विश्व की श्रेष्ठ संस्कृति-नरेंद्र, युगांतर स्कूल में मातृ-पितृ पूजन का आयोजन
15-Feb-2022 7:24 PM
भारतीय संस्कृति विश्व की श्रेष्ठ संस्कृति-नरेंद्र, युगांतर स्कूल में मातृ-पितृ पूजन का आयोजन

छत्तीसगढ़ संवाददाता

राजनांदगांव, 15 फरवरी। युगांतर पब्लिक स्कूल में 14 फरवरी को सुबह 10 बजे मातृ-पितृ पूजन का आयोजन प्राचार्य पी. गंगाधरन, चेयरमैन सुरेश अग्रवाल, सेके्रेटरी अखराज कोटडिया, एकेडमिक निदेशक नरेन्द्र कोटडिया, पीवी राव, निदेशक राजकुमार अग्रवाल एवं शिक्षकों व पालकों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ में मां सरस्वती की पूजा-अर्चना से हुई।

विद्यालय के चेयरमैन सुरेश अग्रवाल ने कहा कि  परिवर्तन के इस युग में विद्यार्थियों को हमारी संस्कृति से परिचित होना अति आवश्यक हो गया है। माता-पिता के पूजन से चारों ओर सद्भाव फैलता है। इन्हीं विचारों को आधार बनाकर यह आयोजन रखा गया है। 

प्राचार्य पी. गंगाधरन ने माता-पिता का महत्व बताने वाले संस्कृत में श्लोकों का गायन किया। एकेडमिक निदेशक नरेंद्र कोटडिया ने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति विश्व की श्रेष्ठ संस्कृति है। जिसमें माता-पिता के पूजन को विशेष महत्व दिया गया है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा अटल टिकरिंग लैब की सुविधा विद्यालय को मिली है। यह विद्यालय और इस क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। उन्होंने विद्यालय में इंग्लिश लैब निर्मित करने की जानकारी दी।

सेक्रेटरी अखराज कोटडिया ने कहा कि माता-पिता समान संसार में कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में विद्यालय के बंद होने के कारण सारी व्यवस्था बिगड़ गई थी, जिसे शिक्षक और कर्मचरियों के सहयोग से पुन: व्यवस्थित किया गया। डायरेक्टर एकेडमिक पीवी राव ने कहा कि हम विद्यालय को निरंतर आगे बढ़ाने का हर संभव प्रयास करेंगे। हमें यह पूरा विश्वास है कि कोरोना के कारण बच्चों के अध्ययन काफी बाधाएं आई है। इस दौरान विद्यार्थियों ने अपने-अपने माता-पिता का पूजन किया। पालकों ने इस आयोजन की  प्रशंसा की। कार्यक्रम का संचालन वीएन राय ने किया।

 विश्व में भारतीय संस्कृति का किया प्रचार

विवेकानंद युवा जागृति मंच ने 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस पर समता वृद्धाश्रम में माता-पिता का पूजन कर मातृृ-पितृ दिवस मनाया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगर निगम आयुक्त डॉ1 आशुतोष चतुर्वेदी, पद्मश्री फुलबासन यादव, वृद्धाश्रम के संचालक गौतम पारख शामिल थे।

 

इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त चतुर्वेदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 1893 में शिकागो के धर्मसंसद में भारतीय संस्कृति का डंका बजाकर विश्व में भारतीय संस्कृति का प्रचार किया। ये वेलेंटाईन-डे हमारी संस्कृति नहीं है। पाश्चात्य संस्कृति है। हमारी संस्कृति तो माता-पिता का आदर, पूजन व सत्कार करना है। पद्मश्री फुलबासन यादव ने कहा कि माता-पिता ही है। जिनके आशीर्वाद से हम अपने मंजिल को पा सकते हैं। उनको दुख-तकलीफ देने से सारे देवी-देवता नाराज हो जाते हैं और हम कभी आगे नहीं बढ़ सकते, ऐसे में आज के दिन माता-पिता के लिए विशेष दिवस मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाना बहुत ही सराहनीय है। संचालक गौतम पारख ने कहा कि एक ओर वे बच्चे जो अपने माता-पिता को वृद्धाश्रम में छोड़ आते हैं, उनका अनादर करते हैं। जबकि बुजुर्ग अवस्था में माता-पिता को बच्चों का साथ चाहिए होता है।

मंच के जिलाध्यक्ष जीवन साहू ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में संजय शर्मा, रितेश यादव, एसके देवांगन, अजय कुमार, विनोद शांडे, वंदना साहू, खुशी तिवारी, आदित्य पराते, ललित श्रीवास, पुष्पेन्द्र साहू, अभिषेक गिरपुंजे, घमेन्द्र साहू, संतोष सिंह, मुकेश द्विवेदी, शेखर साहू, भरत देवांगन, संजय जैन, विवेक वैष्णव, करण साहू, आकाश सोनी, सुरेश ढीवर, संतोष लोहार, भावेश दुबे, युवराज साहू, निखिल, उदित देवांगन, आयुष, कमलेश पटेल आदि सदस्य उपस्थित थे। उक्त जानकारी शिव कुमार साहू व रोहित देवांगन ने दी।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news