सरगुजा
कहा- खुद करोड़ों की सरकारी जमीन पर अवैध रूप से काबिज हो झोपड़ी बनाकर वर्षों से रह रहे गरीब बर्दाश्त नहीं हो रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,18 फरवरी। महामाया पहाड़ में रोहिंग्या शरणार्थियों के होने और झारखंड से पांच सौ मुसलमानों को लाकर बसाने की बात झूठी निकली तो अब दलबदलू भाजपाई सरगुजा और झारखंड, बिहार के लोगों के बीच दरार डालने का काम कर रहे हैं। खुद करोड़ों की सरकारी जमीन पर अवैध रूप से काबिज लोगों से झोपड़ी बनाकर वर्षों से रह रहे गरीब बर्दाश्त नहीं हो रहे हैं।
सरगुजा कांग्रेस के प्रवक्ता आशीष वर्मा ने एक बयान जारी कर कहा है कि महामाया पहाड़ पर अतिक्रमण को लेकर प्रशासन की रिपोर्ट आरोप लगाने वालों के कुत्सित मंसूबों को उजागर कर दिया। धार्मिक ध्रुवीकरण कर शहर शहर के शांत वातावरण को बिगाडऩे पहले इन्होंने एक धर्म विशेष के 500 लोगों को झारखंड से लाकर बसाने का आरोप लगाया, फिर सनसनी फैलाने भारत में प्रतिबंधित रोहिंग्या शरणार्थियों के होने की बात प्रचारित की। दोनों ही मामलों में मुंह की खाने के बाद वे दूसरे राज्यों से आए लोगों को टारगेट कर रहे हैं।
महामाया पहाड़ पर बसे लोगों विशेषकर झारखंड, बिहार और यूपी से आए लोगों को उजाडऩे की मांग की जा रही है।कांग्रेस से दल बदल कर भाजपा में अपनी जगह तलाश करने की कवायद में कतिपय लोग इस मुद्दे को हवा दे रहे हैं। इसे लेकर भाजपा में भी दो फाड़ है। गरीबों को उजाडऩे की मांग करने वाले और उनके समर्थन में धरना देने वाले दोनों पर ही करोड़ों की सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप है।
प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के साथ ही घोषणापत्र के अनुरूप पात्र लोगों को पट्टा देने की प्रक्रिया की जा रही है, इससे बौखला कर भाजपा के तथाकथित नेताओं ने सरगुजा के सीमावर्ती झारखंड, यूपी और बिहार से आए लोगों को टारगेट किया है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन के अतिक्रमण रजिस्टर के अनुसार वर्ष 2016 में महामाया पहाड़ के 3.79 हेक्टेयर पर अवैध कब्जा था, जो कि 2021 में घटकर 3.39 हेक्टेयर रह गया। इससे यह साफ स्पष्ट है कि नगर निगम में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कब्जे में कमी आई है। इससे पहले नगर निगम और राज्य दोनों में काबिज भाजपा के लोगों ने पहले अपने संरक्षण में कब्जा होने दिया और अब उन्हें उजाडऩे में लगे हैं। अंबिकापुर की बसाहट ऐसी है कि गांधीनगर, बोरीपारा क्षेत्र में सीमावर्ती राज्यों से आए सैकड़ों परिवार नजूल की भूमि पर पीढिय़ों से रह रहे है, उन्हें ऐसे लोगों के मंसूबे को पहचान लेना चाहिए।
कांग्रेस अवैध कब्जे का पक्षधर नहीं लेकिन पीढिय़ों से नियमों के तहत काबिज लोगों के हितों की रक्षक जरूर है। 15 साल सत्ता में रहते हुए अवैध कब्जा को बढ़ावा देने वालो को महामाया पहाड़ की चिंता सरकार बदलने के बाद आयी। कांग्रेस पार्टी महामाया पहाड़ के संरक्षण और संवर्धन के प्रति प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार पहाड़ की वन भूमि को सुरक्षित कर शहर के मुकुट पर ऑक्सीजन पार्क का निर्माण कराया है।