गरियाबंद
रैली निकालकर कलेक्टर को सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 14 मार्च। जिला छग मनरेगा कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर मनरेगा (अधिकारी, कर्मचारी, ग्राम रोजगार सहायकों) द्वारा अपनी दो सूत्रीय माँग के अलावा 5 माह से लंबित वेतन भुगतान की मांगों को लेकर जिला मुख्यालय गांधी मैदान में उक्त मांगो मनरेगा जिला अध्यक्ष रीना ध्रुवे के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर रैली निकाल कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा।
सौपे गये ज्ञापन में कहा गया कि छत्तीसगढ़ सहित संपूर्ण भारत में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (म.गां. नरेगा) की शुरूवात केन्द्र में कांग्रेस सरकार के द्वारा फरवरी, 2006 किया गया था। भारत ग्राम प्रधान देश है इस महत्वाकांक्षी योजना से ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब परिवारों के जीवन स्तर में काफी सुधार हुआ है। इस योजना के जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले समस्त अधिकारी, कर्मचारी, ग्राम रोजगार सहायक राज्य, जिला जनपद एवं ग्राम पंचायत में आज भी संविदा, मानदेय पर अल्प वेतन में कार्यरत हैं। मनरेगा के मजदूरों को भी 100 दिवस रोजगार प्रदाय करने एवं 15 दिवस के भीतर मजदूरी भुगतान गारंटी होती है , परंतु मनरेग कर्मियों नौकरी की कोई गारंटी नहीं है। जिस प्रकार शिक्षाकर्मियों को नियमित किया गया है उसी प्रकार मनरेगा कर्मियों को नियमित किया जाए। समस्त मनरेगा अधिकारी कर्मचारी को विश्वास है कि जैसे जन घोषणा पत्र की बांकी मांगों को पूरा किये हैं, वैसे ही मनरेगा कर्मियों की मांगो को जन घोषणा पत्र अनुरूप पूरा करेंगें।
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ की 2 सूत्रीय मांग जिसमें चुनावी जन घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण किया जावे। वहीं दूसरी मांग जिसमें नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण कर समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायतकर्मी नियमावली लागू किया जावे।
वहीं विगत चार, पांच माह से मनरेगा कर्मियों का वेतन भुगतान एवं विगत तीन वर्षों से वेतनवृद्धि लंबित है। तद्संबंध में 2 मार्च को कलेक्टर के माध्यम से टी.एस. सिंहदेव मंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, छत्तीसगढ़ शासन को ज्ञापन सौंप कर यथा शीघ्र कार्यवाही करने हेतु मांग किया गया था। आने वाले होली पर्व पर मनरेगा कर्मियों की उपरोक्त गांगो को तत्काल पूरा करते हुए हमें होली महापर्व पर नियमितीकरण की सौगात प्रदाय करने की कृपा करें, अन्यथा मनरेगा कर्मियों का होली त्यौहार फीका रहेगा।
वहीं प्रदेश सरकार द्वारा लाए गये चौथे बजट से मनरेगा कर्मी बहुत आशांचित थे। परंतु बजट में मनरेगा कर्मियों के नियमितीकरण के संबंध में कोई उल्लेख नहीं होने के कारण हम बहुत दुखित एवं आक्रोशित है।
यदि मनरेगा कर्मियों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया तो समस्त मनरेगा कर्मी (अधिकारी, कर्मचारी, ग्राम रोजगार सहायक) माह अप्रैल, 2022 के प्रथम सप्ताह से काम बंद कलम बंद कर अनिश्चितकालीन आंदोलन करने को विवश होंगे, जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी शासन की होगी। अतएव विनम्र अनुरोध है कि मनरेगा कर्मियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए तत्काल हमारी मांगो को पूरा किया जावे।
धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से अध्यक्ष रीना ध्रुव, गोपाल गोस्वामी, उपाध्यक्ष केदार नाथ चौधरी, सिराज खान शिवम नागरची, कपिल नायक, रमेश कवर, शिवम नागरची , प्रसाद साहू, खूबलाल ध्रुव, तोमेश्वर प्रसाद , टिकेश्वर ध्रुव, धनेश्वरी साहू, चन्द्रहास मरकाम आदि उपस्थित थे।