गरियाबंद
मृतक के परिजनों को 2 लाख देगी सरकार
गांवों में सन्नाटा, मजरकटा में एक साथ 3 का अंतिम संस्कार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 16 मार्च। मंगलवार की शाम साढ़े सात बजे ट्रक- ट्रैक्टर की जबरदस्त भिड़ंत हो गई। हादसे में गरियाबंद जिले के मजरकट्टा के एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई। सभी मोहलाई में आयोजित छट्ठी कार्यक्रम से वापस लौट रहे थे। मृतकों में 5 महिला और एक युवती शामिल हैं। घटना में करीब 20 से अधिक महिला और बच्चे घायल हंै, 3 का उपचार जिला अस्पताल में जारी है, 17 घायलों को रायपुर भेजा गया है।
मंजरकटा, नहरगांव, हरदी व छुरा में बुधवार सुबह 9 बजे शव सफेद कपड़े में लिपटे हुए पहुंचे तो कोहराम मच गया। हर किसी की आंख नम थी। परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया था। शव देख गांव का हर परिवार गम में शामिल हुआ। गांव में चूल्हे तक नहीं जले। गमगीन माहौल के बीच पसरे सन्नाटे को रोने की आवाज ही भेद रही थीं। ग्रामीणों ने परिजनों को सांत्वना देकर हरसंभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया।
हादसे के पीछे तीन वजह प्रमुख...
मोड़ वाले जगह में तेज रफ्तार- मोहलाई मार्ग मोड़ वाला है। प्रत्यक्षदर्शियों ने इस पर तेज रफ्तार वाहन चलाना माना है, ट्रक काफी तेज गति से आई और हादसा का कारण बन गई।
मालवाहक वाहनों पर सवारी- जिले में होने वाले ज्यादातर हादसों की वजह ओवर स्पीड एवं मालवाहक वाहनों से सवारी ढोना है, मामले में ट्रैफिक पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करते है।
रात में हादसे रोकने प्लान नहीं- जिले में लगातार हादसों में जान गवां चुके है। इसमें से अधिकांश हादसे रात में हुए है। इसके बावजूद हादसे रोकने कोई प्लान नहीं है।
हादसे में चंदा बाई पिता दुष्यंत ध्रुव (20) मजरकटा, हिराई बाई पति स्व छबिलाल (65) मजरकटा, प्रेम बाई पति स्व लतेल ध्रुव (50) छुरा, कोष बाई पति लालचंद ध्रुव हरदी (50), कौशल्या ध्रुव पति जितेंद्र ध्रुव (36)नहर गांव, रमंतीन बाई (40) मजरकटा की पुष्टि हुई है।
ड्राइवर गाड़ी में फंसा रहा
घटना जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर देवभोग मार्ग में ऊरतुलि घाटी के पास हुई है। सभी लोग ग्राम मोहलाई से ट्रैक्टर में वापस आ रहे थे, वहीं सामने से सीमेंट से भरी ट्रक क्रमांक सीजी 06 जीके 5985 बलौदाबाजार से अमलीपदर जा रहा था, ट्रैक्टर को साइड दिए बिना ही ट्रक ने सीधे सामने से आकर टक्कर मार दी। घटना के बाद ट्रैक्टर ड्राइवर गाड़ी के बीच में फंस गया, जिसे काफी मशक्कत के बाद निकाला गया।
नेशनल हाईवे पर रात सडक़ में महिलाओं और बच्चों की चीखपुकार मच गई। राहगीरों द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद घायलो और मृतिको को जिला अस्पताल लाया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को मजरकट्टा के पूर्व सरपंच दुष्यंत ध्रुव के रिश्तेदार के यहां मोहलाई में छठ्ठी कार्यक्रम था। जिसमें ट्रैक्टर में करीब 40 से अधिक लोग सवार थे। शाम करीब 6 बजे सभी मोहलाई से निकले थे, इस दौरान ऊरतुलि घाटी के पास पहुंचे थे कि उनकी ट्रक से भिडं़त हो गई।
इधर घटना के बाद जिला अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। घटना के बाद दो 108 संजीवनी वाहन और दो पुलिस वाहन में जवानों की मदद से घायलों को जिला अस्पताल तक पहुंचाया गया। पुलिस के जवानों ने घायलों को पहुंचाने में काफी तत्परता दिखाई। इसके अलावा घटना की जानकारी मिलते ही, मौके पर पहुंचे नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फार मेमन सहित नगर के युवाओं और आम लोगों ने भी घायलों को अस्पताल भेजने में पुलिस की मदद की।
समाज सेवियों ने की मदद
जिला अस्पताल पहुंचने के बाद युवा कांग्रेस नेता एवं समाजसेवी सनी मेमन के साथ नगर के दर्जनों युवाओं ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को वाहनों से उतारा और जिला अस्पताल के अंदर तक पहुंचाया। इसके अलावा मृतकों को भी युवाओं द्वारा सरकारी वाहन से उतारकर अस्पताल के अंदर तक पहुंचाया गया। घायलों को उतारने से लेकर रायपुर रिफर करने तक युवाओं ने काफी सक्रियता दिखाई। मौके पर नपा अध्यक्ष, सतनामी समाज प्रदेश अध्यक्ष हेमंत सांग सहित बड़ी संख्या में युवा सहयोग के लिए मौजूद रहे।
जिला प्रशासन की टीम पहुंची
इधर घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन भी तत्काल मौके पर पहुंचा। एसपी जेआर ठाकुर, अपर कलेक्टर जेआर चौरसिया, अनुविभागीय अधिकारी विश्वजीत यादव, एएसपी चंद्रेश ठाकुर, निशा सिन्हा, जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरत्न भी जिला अस्पताल पहुंचे और व्यवस्था को संभालते हुए मोर्चा संभाला। अधिकारियों द्वारा एंबुलेंस और अन्य वाहनों की व्यवस्था कर तत्काल घायलों को रायपुर रिफर किया गया, इसके अलावा मरीजों के सही उपचार हो इसके निर्देश भी अस्पताल प्रबंधन को दिए। मौके पर ग्रामीणों को बुलाकर मृतकों की शिनाख्त की गई।
सीएम ने जताया शोक
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गरियाबंद के ग्राम जोबा में हुए सडक़ हादसे में हुई मौतों पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के लिए 2 -2 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही हादसे में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए घायलों के उपचार के लिए 50-50 हजार रुपये सहायता राशि की घोषणा करते हुए जिला प्रशासन प्रशासन को बेहतर इलाज के इंतजाम के निर्देश दिए हैं।