रायपुर

अगले माह सफाई अभियान, वर्षों से दफ्तरों में जमे प्रोफेसर नए सत्र में लौटेंगे कॉलेज, नए जुगाड़ में
23-Mar-2022 6:36 PM
अगले माह सफाई अभियान, वर्षों से दफ्तरों में जमे प्रोफेसर नए सत्र में लौटेंगे कॉलेज, नए जुगाड़ में

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 23 मार्च। प्रदेश के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी जल्द पूरी होने वाली है। नए सत्र से प्रतिनियुक्ति पर  उच्च शिक्षा विभाग के विभिन्न दफ्तरों में कार्यरत प्रोफेसर, और असिस्टेंट प्रोफेसरों की जल्द ही कॉलेजों में वापसी होगी। हालांकि इनकी जगह नए प्रोफेसर ही लाए जाएंगे। महाविद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त होने का बड़ा कारण प्रतिनियुक्ति है। ऐसे करीब 1 दर्जन प्रोफेसर कॉलेजों में लौटेंगे। नई सरकार बनने के बाद उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने पहली खेप में दो साल पहले 10 प्रोफसरों की प्रतिनियुक्ति खत्म कर कॉलेजों में वापस भेजा था। अब वे दूसरा सफाई अभियान अगले माह करने जा रहे हैं। इसके देखते हुए नए प्रोफेसर और असिस्टेट प्रोफेसर प्रतिनियुक्ति की जुगाड़ में सक्रिय हो गए। प्रतिनियुक्ति पर आने का बड़ा फायदा, राजधानी में ऊंचा ओहदा, सरकारी गाड़ी की सुविधा, मंत्री और सरकार से निकटता के चलते यह गुणा-भाग चलते रहता है।

आधे से ज्यादा पद खाली,एक भी प्रोफेसर कार्यरत नहीं..

विधानसभा में दिए गए ब्योरे के अनुसार प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में 278 पद प्राचार्य के स्वीकृत है जिसमे सिर्फ 65 ही कार्यरत है जिनमे 213 रिक्त है। वही प्रोफ़ेसर के 595 पदों की स्वीकृति के बाद प्रदेश में एक भी प्राध्यापक कार्यरत नहीं है। सहायक प्राध्यापक के 4344 पदों की स्वीकृति में 2469 सहायक प्राध्यापक कार्यरत है व 1875 असिस्टेंट प्रोफेसरों के पद रिक्त है।

आखिरी के तीन साल होगा पढ़ाना

भाजपा शासनकाल में विभाग ने प्रोफेसरों के रिटायरमेंट उम्र को 62 से बढ़ाकर 65 किया था। ताकि कॉलेजों में शिक्षकों की कमी पूरी की जा सके। इसके मुताबिक 62 के बाद प्रोफेसरों से प्रशासनिक कार्य नहीं लिया जाना तय किया गया था। लेकिन इनमें से अधिकांश अधिक उम्र के बाद भी बने हुए हैं। सूत्रों के अनुसार बस्तर विवि के रजिस्ट्रार पाठक  रविवि के गिरीशकांत पाठक, बिलासपुर विवि के सुधीर शर्मा का हटना तय माना जा रहा है। यह इसलिए भी तय है कि अगले एक माह के भीतर 4 नए कुल सचिव विभाग को मिल रहे हैं। इनमें 2 पदोन्नति से और 2 पीएससी से चयनित लोग हैं।

ये वर्षों से जमे और नए जुगाड़ में...

प्रदेश में 11 शासकीय विश्वविद्यालय हंै इनमें से अधिकांश में सहायक प्राध्यापक, प्राध्यापक कुलसचिव के पद पर प्रतिनियुक्ति हैं

  • इनमें सबसे पहला नाम डॉ. विजय कुमार गोयल पिछले एक दशक से अधिक समय से माध्यमिक शिक्षा मंडल में पदस्थ हैं। अभी उनका कार्यकाल नवम्बर में खत्म हो चुका था, लेकिन वे इस समय बिना एक्सटेंशन ऑर्डर के बने हुए हैं।
  • कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के अभिषेक दुबे साल 2016 से प्रशासनिक अकादमी निमोरा में प्रतिनियुक्ति पर है। यही के ऋ षिकुमार दुबे बिना कुलपति के अनुमोदन के विधानसभा में प्रतिनियुक्ति पर जाने की जुगत में है। उन्हें प्रतिनियुक्ति पर आये कुलसचिव आनंद बहादुर ने अनुमति भी दे दिया है।
  • हालांकि आनंद बहादूर का भविष्य भी निश्चित नहीं है। राजभवन ने पिछले दिनों उच्च शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर उनकी पोस्टिंग पर जांच की थी, और हटाने कहा था।
  • साइंस कॉलेज के प्रोफेसर गिरीशकांत पांडेय बीते दस वर्षो से अधिक प्रतिनियुक्ति पर बिता चुके है। बीते ढाई वर्षो से रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में बतौर कुलसचिव प्रतिनियुक्ति पर है।
  • सहायक प्राध्यापक राजलक्ष्मी सलेट बीते दस से अधिक वर्षो से मंत्रालय महानदी भवन में विशेष कर्तव्स्थ अधिकारी पदस्थ है जिन्हे हटाने की चर्चाये हुई पर चर्चा तक ही सीमित रही।
  • शासकीय जेपी वर्मा कॉलेज बिलासपुर के प्रोफ़ेसर सुधीर कुमार शर्मा अटलबिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में बतौर कुलसचिव साल 2019 से प्रतिनियुक्ति पर है, जहा उन्होंने सारे नियम कायदों को दरकिनार करने का रिकॉर्ड बनाया है।
  • शासकीय बीएससी कॉलेज धमतरी के सहायक प्राध्यापक विनोद कुमार पाठक साल 2018 से शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में प्रतिनियुक्ति पर है।
  • शासकीय कॉलेज दुर्ग के सहायक प्राध्यापक प्रशांत श्रीवास्तव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में साल 2022 से बतौर कुलसचिव प्रतिनियुक्ति पर है।
  • शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त महाविद्यालय बालोद की सहायक प्राध्यापक राजमणि पटेल साल 2018 से हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में बतौर उपकुलसचिव प्रतिनियुक्ति पर है।
  • शासकीय नवीन महाविद्यालय बोरी दुर्ग के सहायक प्राध्यापक सुमीत अग्रवाल साल 2018 से हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में बतौर सहायक कुलसचिव प्रतिनियुक्ति पर है।
  • शासकीय नवीन महाविद्यालय हसौद जांजगीर के सहायक प्राध्यापक प्रकाशकुमार त्रिपाठी साल 2021 से उपकुलसचिव और प्रभारी कुलसचिव शहीद नंदकुमार पटेल विवि रायगढ़ में प्रतिनियुक्ति पर है।
  • शासकीय महाविद्यालय हसौद के प्राचार्य प्रवीण कुमार पांडेय 2016 से अटलबिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय मे बतौर परीक्षा नियंत्रक प्रतिनियुक्ति पर है।
  • प्रो. सीएल देवांगन भी वर्षों से प्रतिनियुक्ति पर हैं। वे इस समय क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर में अतिरिक्त संचालक के पद पर कार्यरत हैं।

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