रायपुर
![आधुनिक डिसॉल्वेबल स्टेंट-स्थायी परिणामों के लिए नवीनतम तकनीक-डॉ. पाढ़ी आधुनिक डिसॉल्वेबल स्टेंट-स्थायी परिणामों के लिए नवीनतम तकनीक-डॉ. पाढ़ी](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1648306703h-mmi.gif)
रायपुर, 26 मार्च। एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, के डॉ. सुमंत शेखर पाढ़ी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में पहली बार एक आधुनिक डिसॉल्वेबल स्टेंट की मदद से दिल के दौरे से 39 वर्षीय व्यक्ति को बचाया गया।
प्रारंभिक उपचार के बाद मरीज आगे के जांच और उपचार के लिए एनएच ने उनका जांच एवं परिक्षण किया और एंजियोग्राफी का सुझाव दिया, जिसमें एल.ए.डी (हृदय की सबसे बड़ा धमनी) में 90 प्रतिशत रुकावट की पुष्टि हुई। उन्हें एंजियोप्लास्टी (अवरुद्ध कोरोनरी धमनियों को खोलने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली प्रक्रिया) की जरूरत थी।
डॉ. पाढ़ी ने बताया कि मरीज की उम्र कम थी और अन्य तकलीफ नहीं थी, इसलिए हमने आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले मेटल स्टेंट के बजाय एक डिसॉल्वेबल स्टेंट का उपयोग करने का फैसला लिया गया। डिसॉल्वेबल स्टेंट उन्हें बेहतर और दीर्घकालिक परिणाम देगा। हालांकि, नए डिसॉल्वेबल स्टेंट को इम्प्लांट करना के लिए मेटल स्टेंट की तुलना में एक अलग ही स्टेंट प्रत्यारोपण तकनीक की आवश्यकता होती है।
मरीज ने बताया कि मैं ठीक हूं और इस उपचार की मदद से नियमित जीवन जीने में सक्षम हूं। जब मुझे नए डिसॉल्वेबल स्टेंट के बारे में पता चला, तो मैं डर गया लेकिन जल्द ही इसके लाभ का एहसास हुआ। नवीन शर्मा, फैसिलिटी डायरेक्टर ने बताया कि यह हमारे राज्य में पहली बार है कि एक डिसॉल्वेबल स्टेंट का इस्तेमाल किया गया है। डॉ. एस.एस. पाढ़ी ऐसी तकनीकों के विशेषज्ञों में से एक हैं।