रायपुर
![खपरी, कयाबांधा, झांझ के प्रभावितों को नारडा ने अपात्र घोषित किया, नाराज किसान आंदोलन तेज करने जा रहे खपरी, कयाबांधा, झांझ के प्रभावितों को नारडा ने अपात्र घोषित किया, नाराज किसान आंदोलन तेज करने जा रहे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1648377645G_LOGO-001.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 मार्च। सरकारी सर्वे के बाद अब नवा रायपुर के किसान फिर भडक़ उठे है। एनआरडीए ने अधिकांश हितग्राहियों को अपात्र बता दिया है। इसके चलते नवा रायपुर के आसपास के गांवों में फिर से उग्र आंदोलन के लिए बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। आंदोलन में किसान नेता राकेश टिकैत को भी बुलाने की तैयारी है। नवा रायपुर के अधिग्रहण प्रभावित जिन गांवों में प्रशासन ने पट्टे के लिए सर्वे किया था उसकी लिस्ट ने विरोध को भडक़ा दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के अधिकतर लोगों को अपात्र की सूची में डाल दिया गया है? ग्रामीणों को यह मंजूर नहीं है. ऐसे में अब गांव-गांव में इसके खिलाफ बैठकों का नया दौर शुरू हुआ है।
किसानों ने बताया कि नवा रायपुर बनने से प्रभावित हुए 12 गांवों में सरकार ने सर्वे कराया था. उसमें से खपरी-कयाबाधां और झांझ पंचायतों में पात्र-अपात्र की सूची चस्पा किया गया है। अधिकतर 1200 वर्ग फीट विकसित भूखण्ड व सम्पूर्ण बसाहट के पट्टे का दावा अपात्र सूची में डाल दिया गया है। इसके लिए कोई मापदंड व आधार नहीं दिया गया है। इसकी वजह से अधिग्रहण प्रभावित गांवों में लोग नाराज हैं। नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति और किसान परिवारों के बीच आंदोलन को तेज करने की रणनीति बना रहे हैं।