रायपुर
![कबीर नगर फेस-2 में बढ़ रहा अवैध कब्जा, तालाब का बड़ा हिस्सा मलबे से पाटा जा रहा कबीर नगर फेस-2 में बढ़ रहा अवैध कब्जा, तालाब का बड़ा हिस्सा मलबे से पाटा जा रहा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1648385506SC_0249a.gif)
पार्षद की चुप्पी, डहरिया और जुनेजा से शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 मार्च। कबीर नगर फेस-2 तालाब के पास बड़़े पैमाने पर अवैध कब्जे की तैयारी शुरू हो गई है। इस बारहमासी तालाब के एक बड़े हिस्से को मलबे से पाट दिया गया है। इतना ही नहीं यहां खड़े बड़े-बड़े पेड़ों को भी काट दिया गया है। इसके पीछे कौन लोग हैं अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन पहले से ही वहां काबिज लोग इसमें शामिल बताए जा रहे हैं। इस तालाब के पट जाने से कबीर नगर के बड़े हिस्से में वाटर रिजार्जिंग की समस्या आ खड़ी हुई है। बताया जा रहा है कि इस हिस्से में हाउसिंग बोर्ड की गार्डन बनाने की योजना है लेकिन आज तक इस पर पहल नहीं की गई।
क्षेत्र के कुछ लोगों ने इसकी शिकायत नगरीय विकास मंत्री शिव डहरिया और हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा से भी की है। इस मामले में पार्षद की चुप्पी समझ से परे है। जबकि पार्षद से भी लोगों ने शिकायत की थी। इस बेजा कब्जा से तालाब पूरी तरह से पट गया एवं गंदा हो गया है। कब्जा धारी तालाब को पाटकर मकान बना लिए है और अब मकान को पक्का बनाना भी शुरू कर दिए हैं। इन घर की गंदगी को तालाब में फेंका जा रहा है जिससे तालाब का पानी दूषित हो गया। इससे निकलने वाली बदबू से आस-पास के लोग परेशान हैं।
एक ओर मंत्री, विधायक शहर के कई तालाबों का सौंदर्यीकरण करने में जुटे है लेकिन इस तालाब की और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अगर इस तालाब की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो यह तालाब बहुत जल्दी ही पाट दिए जाएंगे और शहर के बीच एक तालाब की कमी हो जाएगी।
तालाब को घेरकर मकान बना लिए हैं अब सडक़ को घेरकर मकान बना रहे हैं। अपने घर के सामने ऑटो, ठेला को कॉलोनी के घरों के सामने रख देते हैं, मना करने पर लड़ाई करने लगते हैं। मना करने पर गाली-गलौज करने लगते हैं। जिससे कॉलोनी वालों को आने-जाने में बहुत दिक्कत होती है। रात होते ही घर के पास शराब पीना भी शुरू कर देते हैं। वहां के रहवासी अपने घर के पास दोपहिया वाहन को भी नहीं रख सकते। गाड़ी रखने पर उसे नुकसान पहुंचा देते हैं। जिससे कॉलोनीवासियों में बहुत रोष है। जिससे कॉलोनीवालों को आने-जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। मकान लेने के समय हाऊसिंग बोर्ड ने कबीर नगर कॉलोनी के सामने इस झुग्गी बस्ती को हटाने की बात कही थी। कई बार शिकायत करने के बाद भी नहीं हटाया गया। इन लोगों ने बड़े बड़े भूखंड में कब्जा कर बड़े मकान बना लिया है।
हाउसिंग बोर्ड के निवासियों ने 10-15 लाख में मकान खरीदे हैं और हर वर्ष हजारों का टैक्स भी पटाते हैं। लेकिन अवैध कब्जा धारियों ने बिना किसी जायज खरीदी बिक्री के बड़े बड़े प्लाट में मकान बना लिए हैं।
दरअसल निगम की प्लानिंग ही खराब रही है। सडक़ बनाने के लिए जितने कब्जे हटाने थे हटा दिए और बाकी छोड़ दिया गया। जबकि पूरे कब्जे हटाने की जरूरत थी। उसके बाद उन लोगों ने सडक़ के दुसरी ओर तालाब की तरफ निर्माण कर लिया है। मैंने निगम प्रशासन में अपनी बात रख दी है। कार्रवाई निगम को करना है।
-धनश्याम क्षत्रिय, पार्षद