रायपुर
![बैंक, बीमा और डाकघरों में हड़ताल..., न चिट्ठियां बटीं, न प्रीमियम पटा, 5 सौ करोड़ का नुकसान बैंक, बीमा और डाकघरों में हड़ताल..., न चिट्ठियां बटीं, न प्रीमियम पटा, 5 सौ करोड़ का नुकसान](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1648470797ag-karmchri-1.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 मार्च। प्रदेश में ट्रेड यूनियन से जुड़े 10 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी संगठनों के हजारों कर्मचारियों ने सोमवार को अपने दो दिन के हड़ताल शुरू कर दी है। इसमें बैंक बीमा, टेलीफोन, और डाक कर्मचारी भी शामिल हंै। इस हड़ताल के चलते छत्तीसगढ़ में लगभग 5 सौ करोड़ के नुकसान का आंकलन है।
बीमा कर्मचारियों ने काम बंद कर पंडरी के क्षेत्रीय कार्यालय के बाहर प्रदर्शन पर बैठ गए हैं। जबकि जयस्तंभ चौक स्थित प्रधान डाक घर परिसर में राजधानी के सभी डॉकघर कर्मचारी जुटे हुए हैं। दूर संचार विभाग के कर्मचारी दूर संचार भवन के सामने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। बीमा कर्मचारी संगठन के महासचिव धर्मराज महापात्र, संजय सिंह, एम के नंदी, एस सी भट्टाचार्य अपने साथियों के साथ डटे हुए हैं, वहीं डॉक कर्मचारी ग्रुप सी के संभागीय सचिव आशुतोष सिंह, पोस्टमैन एमटीएस संघ के सचिव दिनेश पटेल, ग्रामीण डाक सेवक संघ के सचिव सुरेश यदु नेतृत्व कर रहे हैं।
इधर हड़ताल के घोषणा के बावजूद रायपुर गंज डाकघर में कामकाज होने की खबर मिलते ही आशुतोष सिंह और साथियों ने वहां जाकर काम बंद कराया। सीटू से समर्थित संगठन मोदी सरकार की कर्मचारी विरोधी नितियों का विरोध कर रहे हैं। वित्त वर्ष के अंतिम दिनों में हो रही इस हड़ताल से वार्षिक लेखे बंदी का कार्य प्रभावित होगा। इस हड़ताल में बैंक-बीमा संगठन भी शामिल हो रहे हैं। वहीं प्रदेश में डाक सेवाएं भी ठप्प रहेंगी। इन कर्मचारी संगठनों की अपनी-अपनी अलग मांगे हैं। बैंक अमला चेस्ट का काम आउटसोर्सिंग से कराने का विरोध कर रहा है, तो बीमा कर्मी एलआईसी के आईपीओ के विरोध में हैं।