रायपुर
![एम्स में ठेका कर्मचारियों का प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा, कैंडल मार्च निकालेंगे एम्स में ठेका कर्मचारियों का प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा, कैंडल मार्च निकालेंगे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1648728370mms-raipur.jpg)
अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 मार्च। एम्स के ठेका कर्मचारियों ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यह कहा गया कि एम्स प्रबंधन ने पिछले दो साल से कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी नहीं की है, और हड़ताल करने पर सेवा से पृथक करने की धमकी दी जा रही है। इसको लेकर कैंडल मार्च निकालने का फैसला लिया है।
पिछले कुछ समय से एम्स में सैकड़ों की संख्या में कार्यरत ठेका कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच विवाद चल रहा है। विभिन्न वार्डों में काम कर रहे कर्मचारियों और नियमित कर्मचारियों का काम सामान होने के बाद भी अवकाश व अन्य सुविधाओं में काफी फर्क है।
कोरोना महामारी के दौरान ठेका कर्मचारियों ने काफी मेहनत भी की थी। बावजूद इसके उनकी सेवा शर्तों को ठीक करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। जनवरी में ठेका कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। लेबर कमिश्नर की मौजूदगी में बैठक भी हुई थी, लेकिन उनकी मांगों पर कोई सम्मानजनक हल नहीं निकला।
ठेका कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि एम्स प्रबंधन, और ठेकेदार जरिए हॉस्पिटल अटेंडेंट को विगत 8 वर्षों से बोनस नहीं दिया जा रहा है। जबकि हर साल बोनस देने का प्रावधान है। एम्स के अफसरों ने लेबर कमिश्नर की बातों की भी अवेहलना की है। श्रम आयुक्त से बैठक करके एम्स अफसरों ने सबको गुमराह किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि वे पिछले 8 सालों से काम कर रहे हैं। यह दुर्भाग्य की बात है कि एम्स जैसे बड़े संस्थान में छत्तीसगढ़ के रहवासी कर्मचारियों को बार-बार निकालने की धमकी दी जा रही है। हड़ताल करने पर प्रशासन के सुरक्षा कर्मी के साथ छत्तीसगढ़ पुलिस भी अपनी पुरी टीम को लेकर हॉस्पिटल अटेंडेंट को थाना ले जाने की धमकी दी जाती है। ठेका कर्मचारियों ने कहा कि गुरुवार की शाम अपनी मांगों को लेकर कैंडल मार्च के लिए निकलेंगे। फिर भी समाधान नहीं हुआ, तो भूख हड़ताल पर चले जाएंगे।