रायपुर
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एक-दो मोर्चा प्रकोष्ठ के प्रमुखों को भी बदलने की तैयारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 अप्रैल। भाजपा संगठन में एक बड़ी सर्जरी की तैयारी चल रही है। इस कड़ी में करीब एक दर्जन जिला अध्यक्षों को बदला जा सकता है। यही नहीं, एक-दो मोर्चा प्रमुखों को भी बदलने पर विचार चल रहा है।
बताया गया कि पार्टी के बड़े नेताओं की पसंद पर जिला अध्यक्षों के नाम पर मुहर लगी थी। अब जब जिला संगठन की गतिविधियों की समीक्षा हो रही है, तो करीब एक दर्जन अध्यक्ष ऐसे हैं, जो कि फिसड्डी साबित हुए हैं। खुद प्रदेश प्रभारी डी.पुरंदेश्वरी , और प्रभारी सचिव नितिन नबीन ने इसकी समीक्षा की थी। पुरंदेश्वरी बस्तर, तो नितिन नबीन सरगुजा संभाग के जिले संगठन के कामकाज की समीक्षा कर चुके हैं।
सूत्र बताते हैं कि दोनों नेता कई जिला अध्यक्षों के कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं। पार्टी ने बूथ कमेटियों, और पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति के लिए कहा था, लेकिन बस्तर के जिलों में इस दिशा में कोई ठोस काम नहीं हो पाया है। नितिन नबीन ने तो एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में जिला अध्यक्षों के कामकाज पर नाराजगी जताते हुए यह तक कह दिया था कि वे अपनी तरफ से कोई काम नहीं करते हैं। कहा जा रहा है कि बस्तर संभाग के चार, सरगुजा के दो जिला अध्यक्षों को बदले जाने का मन बनाया गया है। इनमें से एक जिला अध्यक्ष के खिलाफ तो लेनदेन की शिकायत है। इसके अलावा रायपुर, दुर्ग संभाग के भी जिला अध्यक्ष शामिल हैं। इसकी शुरूआत हाल में जीपीएम जिले के अध्यक्ष को बदल कर की गई है।
जिला अध्यक्षों को बदले जाने को लेकर शीर्ष नेताओं में मंथन भी हुआ है। न सिर्फ जिला अध्यक्ष बल्कि एक-दो मोर्चा प्रकोष्ठ के अध्यक्षों को भी बदले जाने की चर्चा हो रही है। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि डेढ़ साल बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में अभी से बदलाव होने पर सकारात्मक नतीजे आ सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि यदि बदलाव नहीं हुआ, तो विधानसभा चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। चर्चा है कि सब कुछ ठीक रहा, तो खैरागढ़ चुनाव निपटने के बाद जिला अध्यक्ष के बदलने के प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है।