सरगुजा
सभी 14 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में किया मतदान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 4 अप्रैल। अविश्वास प्रस्ताव के एक घण्टे पहले ही बलरामपुर नगर पालिका अध्यक्ष ने इस्तीफा दिया। सभी 14 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया।
नगर पालिका परिषद बलरामपुर के कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष गोविंद राम के कार्यों से असंतुष्ट होकर नगर पालिका उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष सहित 14 पार्षदों के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिस पर आज नगरपालिका कार्यालय के सभाकक्ष में मतदान हुआ, जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 14 के 14 पार्षदों ने वोटिंग किया। वहीं वोटिंग के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष गोविंद राम उपस्थित नहीं रहे।
संपूर्ण वोटिंग प्रक्रिया एसडीएम की मौजूदगी में हुई। मतदान प्रक्रिया प्रारंभ होने से 1 घंटे पूर्व पार्षदों का रुख देखते हुए नाटकीय घटनाक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष ने खुद जाकर कलेक्टर एवं सीएमओ को इस्तीफा सौंप दिया।
गौरतलब है कि नगर पालिका परिषद बलरामपुर के चार भाजपा पार्षद तीन निर्दलीय पार्षद एवं 7 कांग्रेस के पार्षद के द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष गोविंद राम के कार्यों से असंतुष्ट होकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। पार्षदों ने आरोप लगाया था कि अध्यक्ष विकास कार्यों में रुचि नहीं लेते जिस कारण शहर का विकास ठप पड़ गया है। शहर में ऐसी स्थिति हो गई है कि छोटे-छोटे विकास कार्य भी पार्षदों को कराना मुश्किल हो गया है। नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा मनमानी पूर्वक कार्य किया जाता है।
अविश्वास प्रस्ताव पर नगर पालिका के सभाकक्ष में मतदान संपन्न हुआ। दोपहर 12 से 1 बजे तक मतदान की प्रक्रिया चली, वहीं 20 मिनट के बाद परिणाम की घोषणा कर दी गई, 14 के 14 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, वहीं नगर पालिका अध्यक्ष इस दौरान उपस्थित नहीं रहे।
नगर पालिका अध्यक्ष गोविंद राम ने मतदान प्रक्रिया प्रारंभ होने के एक घंटा पहले ही कलेक्टर एवं सीएमओ को त्यागपत्र सौंप दिया उन्होंने उल्लेख किया कि परिवारिक कारणों से इस्तीफा दे रहा हूं।
भाजपा कांग्रेस के नेता भी रहे नदारद
बलरामपुर रामानुजगंज जिले में एकमात्र नगर पालिका बलरामपुर है। ऐसे में राजनीति के हिसाब से एवं जिला मुख्यालय होने कारण बलरामपुर नगर पालिका बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है कि यहां पर किस पार्टी का कब्जा है। कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, परंतु आज मतदान प्रक्रिया के दौरान भाजपा कांग्रेस के नेता नदारद रहे, जो चर्चा का विषय बना रहा।
शहर का विकास पड़ा है ठप
नगर पालिका अध्यक्ष एवं सीएमओ से बीते कई वर्षों से पार्षदों के बीच तालमेल का अभाव रहा, जिस कारण शहर का विकास कार्य ठप पड़ा है। शहर में ऐसी स्थिति हो गई है कि छोटे-छोटे अति आवश्यक विकास कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं।
अंतिम तक रहे पार्षद एकजुट
जिस प्रकार से 14 पार्षद एकजुट होकर अविश्वास प्रस्ताव लाए थे, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि कुछ पार्षद टूट कर अध्यक्ष का समर्थन कर सकते हैं परंतु अंतिम अंतिम तक सभी पार्षद एकजुट रहे।