गरियाबंद
पीएम में खुलासा, बंदी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 7 अप्रैल। सिर्रीकला में आरोपी ने चरित्र में संदेह होने को लेकर पत्नी की गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। आरोपी पहले पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए साजिश रची, लेकिन पुलिस के सामने नाकाम रहा। घटना के चार दिन पहले आरोपी ने अपनी पत्नी की मौत गंभीर बीमारी से होने की जानकारी फिंगेश्वर थाने में दी थी। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया, जिससे मामले का खुलासा हुआ।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार मामले में आरोपी द्वारा अपनी पत्नि की हत्या की बात को छुपाते हुऐ उसे घटना दिनांक से 5-6 दिवस पूर्व से बुखार से पीडि़त होने से मृत्यु होना बताकर थाना फिंगेश्वर आकर मर्ग पंजीबद्ध करवाया गया था। भूषण दास मानिकपुरी कि सूचना पर उक्त मृतिका गीता बाई मानिकपुरी को मृत होना पाये जाने पर थाना फिंगेश्वर में अपराध कायम कर शव पंचनामा कार्रवाई में लिया गया था।
प्रकरण में मर्ग जांच दौरान घटना स्थल निरीक्षण, शव निरीक्षण, पंचनामा व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मृतिका गीता बाई की मृत्यु बुखार से न होकर मारपीट कर गला दबाकर हत्या करना प्रतीत होने मर्ग पर से अपराध दर्ज कर विवेचना कार्रवाई में लिया गया था।
विवेचना दौरान गवाहों से पूछताछ करने पर मृतिका को कुछ समय से अपने पति से विवाद कर उसी के घर में अलग से रहकर खाना पीना करती थी। दोनों पति-पत्नी आपस में विवाद होते थे।
पति भूषण दास मानिकपुरी को संदेह में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई। जिस पर उसने पत्नी गीता बाई की गला घोंटकर हत्या करना स्वीकार किया।
आरोपी ने बताया कि वह और उसकी पत्नी एक दूसरे पर चरित्र शंका करते हुए विवाद करतेे थे। जिससे तंग आकर दोनों एक ही घर में अलग-अलग रहते थे। 31 मार्च के रात्रि में उसकी पत्नी द्वारा पुन: चरित्र शंका करते हुए उसके साथ वाद विवाद करने लगी, जिससे दोनों के बीच वाद विवाद बढक़र हाथापाई तक पहुंच गया था। जिससे आरोपी ने आवेश में आकर घर में रखे मवेशी बाँधने के रस्सी से गला घोंटकर कर हत्या करना स्वीकार किया है। आरोपी भूषण दास मानिकपुरी गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया है।