रायपुर

अपहृत बालक की सौदेबाजी का शक, बाइक सवार पड़ोसी निकला शहर से, परिचित से बात के बाद फोन हुआ बंद, पुलिस टीमें खाली हाथ
07-Apr-2022 7:08 PM
अपहृत बालक की सौदेबाजी का शक, बाइक सवार पड़ोसी निकला शहर से, परिचित से बात के बाद फोन हुआ बंद, पुलिस टीमें खाली हाथ

उरला हर्ष अपहरकांड: परिजन दहशत में

छत्तीसगढ़ संवाददाता

रायपुर, 7 अप्रैल। उरला में अपहृत बालक हर्ष की तलाश में पुलिस को कोई सफलता नहीं मिल पाई है। घटना के 36 घंटे बाद भी पुलिस खाली हाथ है कि इधर परिजन अब दहशत में आ गए हैं। जिस तरह से पड़ोसी ने वारदात को अंजाम दिया है उससे बच्चे की सौदेबाजी का शक बढ़ गया है। मालूम हुआ है आरोपी बच्चे को लेकर सीधे भिलाई की तरफ निकला। यहां अपनी दोपहिया किसी और के हवाले कर दी। बाइक को बेचकर रकम वसूल किए इसके बाद अपना फोन फिर से स्वीच ऑफ कर दिया।

एंटी क्राइम एंड साइबर सेल की यूनिट से दो टीमें शहर के बाहर हैं। इसमें बताया जा रहा है मध्य प्रदेश और फिर महाराष्ट्र की तरफ संदिग्ध पड़ोसी की खोजबीन चल रही है। एक करीबी सूत्र के मुताबिक हर्ष को अगवा करने के बाद मालूम हुआ है कि पड़ोसी पंचराम ने अपनी मां के फोन से अपने एक परिचित को फोन किया। फोन में उसने कहा कि मां को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। वह जल्द ही लौट आएगा। उसने अपनी दोपहिया को डीलर के पास बेच दी है। फोन में बातचीत करने के दौरान उसने बच्चे के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। बच्चे की गुमशुदगी के बीच आरोपी का परिचित को फोन करना और फिर यहां से उसका लोकेशन महाराष्ट्र की ओर दिखाना, इस स्थिति ने पुलिस के लिए भी चिंता बढ़ा दी है। औद्योगिक क्षेत्र में जिस तरह के हालात हैं माना जा रहा है बच्चे की सौदेबाजी के चलते उसे अगवा करने के लिए पहले से प्लानिंग तय की गई थी। कुछ समय पहले ही इस तरह की एक घटना अछोली में हुई थी हालांकि उरला पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। एक शख्स ने चाकलेट खिलाने के बहाने बच्चे को अगवा किया था। बच्चे को लेकर वह शहर के बाहर भी निकल गया लेकिन उसे दुर्ग की ओर रेलवे स्टेशन में ही पुलिस ने दबोच लिया। इस तरह से बच्चे की सकुशल रिहाई हुई। हर्ष अपहरणकांड के मामले में कई तरह के कयास गढ़े जा रहे हैं।

थाना पुलिस की गंभीरता सवालों में

जिस वक्त बच्चे के माता-पिता बच्चे की गुमशुदगी को लेकर थाना पहुंचे थे तभी पुलिस ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। जिस तरह से पड़ोसी ने बच्चे को अगवा किया इसके बाद आसानी से अपनी दोपहिया बेची और फिर परिचित से संपर्क किया, पुलिस सूचना मिलने के बाद भी आरोपी तक नहीं पहुंच पाई। बच्चे से जुड़े संवेदनशील मामले में थाना पुलिस की कार्रवाई अब सवालों के घेरे में है।

सिविल लाइंस में हो चुका मामला

बच्चे की सौदेबाजी के चलते सिविल लाइंस जैसे रिहायशी इलाके से एक अपहरणकांड की घटना सामने आ चुकी है। गरीब तबके के एक परिवार के यहां से बच्चे को किडनैप कर उसे बेचा गया था। क्राइम ब्रांच की टीम ने बच्चे को अपहरणकर्ताओं से छुड़ा लिया। बाद में इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ जब शहर के बाहर दूसरे राज्य में बच्चे को बेचने सौदा हुआ था।

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