सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 9 अप्रैल। शनिवार की शाम नगर में भगवान श्रीराम की विशाल शोभायात्रा साधु-संतों की अगुवाई में निकली। महिलाएं सिर पर कलश लेकर चल रही थी और साधु-संत ध्वज लेकर चल रहे थे। भजनों और
बैंड बाजे की गूंज से शहर का माहौल भगवान श्रीराम की भक्तिरस में डूब गया। रविवार को स्थानीय श्रीराम मंदिर में रामलला का जन्मोत्सव मनाए जाने की तैयारी भी पूरी कर ली गई है।
रामनवमीं पर स्थानीय श्रीराम मंदिर में वर्षों से भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का आनंद लेने श्रद्घालुओं का सैलाब उमड़ता रहा है। रामनवमी के ठीक एक दिन पूर्व शाम को देश भर से आए साधु-संतों की मौजूदगी में बाजे-गाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। यह शोभायात्रा लोगों का मन मोह लेती है।
इसी क्रम में इस बार भी रामनवमी की पूर्व संध्या पर शनिवार की शाम नगर के श्रीराम मंदिर भजनाश्रम से बाजे-गाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। आगे-आगे ध्वज लेकर साधु, संत चल रहे थे उनके पीछे भगवान श्रीराम और सीता की झांकी भी साधु, संत भक्ति गीतों झूम रहे थे। पीछे सैकड़ों की संख्या में महिलाएं कलश लेकर चल रही थीं। जगह-जगह शोभायात्रा का अभिनंदन भी किया गया।
शोभायात्रा श्रीराम मंदिर भजनाश्रम से निकली जो ब्रम्ह रोड होते हुए संगम चौक पहुंची। संगम चौक से देवीगंज रोड, महामाया चौक, सदर रोड, जयस्तंभ चौक होते हुए देर शाम पुन: श्रीराम मंदिर पहुंची। रास्ते भर नगरवासियों द्वारा पुष्प वर्षा कर साधु, संतों का स्वागत किय। नगर में निकली इस भव्य शोभायात्रा से माहौल भक्तिरस में डूब गया। महिलाएं जिस कलश को लेकर आज शोभायात्रा में निकली थी, उसी कलश के जल से रविवार को ध्वज की पूजा की जाएगी।
रविवार को श्रीराम जन्मोत्सव का आयोजन होगा। सुबह साढ़े नौ बजे से धार्मिक अनुष्ठान आरंभ हो जाएगा। सुबह से ही कीर्तन मंडली रामलला की जन्मोत्सव को लेकर भजन कीर्तन करेंगे। मंदिर के बंद कपाट ठीक 12 बजे जन्मोत्सव के समय खोला जाएगा।
आज से ही मंदिर में भजन कीर्तन का दौर शुरू हो गया है। रविवार को जन्मोत्सव के बाद पूर्णाहूति दी जाएगी। हर वर्ष उमडऩे वाली भक्तों की भीड़ को देखते हुए इसबार व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है।