रायपुर
![कोरोना के नए वैरियंट से बढ़ी हलचल, स्वास्थ्य अफसरों ने कहा-घातक नहीं, पर सतर्कता जरूरी कोरोना के नए वैरियंट से बढ़ी हलचल, स्वास्थ्य अफसरों ने कहा-घातक नहीं, पर सतर्कता जरूरी](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1649597823orona.jpg)
मुबंई और गुजरात में आए हैं केस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 अप्रैल। प्रदेश में कोरोना की रफ्तार बहुत कम हो गई है। मगर ओमिक्रान के नए वैरियंट मिलने से हलचल मची हुई है। स्वास्थ्य अफसरों ने साफ कर दिया है कि नया वैरियंट घातक नहीं है, लेकिन सतर्कता जरूरी है।
डायरेक्टर महामारी डॉ. सुभाष मिश्रा ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि मुंबई में ओमिक्रान के नए वैरियंट का पता चला है। नए वैरियंट एक्स-ई को लेकर जानकारी मिली है कि नया वैरियंट ज्यादा घातक नहीं है। परंतु कम घातक वैरियंट भी लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में सतर्कता जरूरी है। सैनिटाइजर और सार्वजनिक स्थलों में मास्क पहनना जरूरी है।
बताया गया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कमी आई है। रोजाना 7-8 मामले आ रहे हैं। प्रदेश में एक्टिव केसेस की संख्या घटकर 59 रह गई है। कोरोना से हफ्तेभर में मौत के एक-दो मामले ही आ रहे हैं। इन सबके बावजूद सावधानी जरूरी है। वजह यह है कि ओमिक्रान के जो नए वैरियंट सामने आए हैं, वो मुबंई के हैं। इसके अलावा गुजरात में भी एक्स-ई नए वैरियंट का पता चला है। चूंकि दोनों जगह पर रोजाना की संख्या में प्रदेश हजारों लोगों की आवाजाही होती है। ऐसे में यहां भी नए वैरियंट के पहुंचने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से बचाव के लिए बूस्टर डोज लगाने का सुझाव दिया है। बूस्टर डोज लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश में 15 वर्ष से अधिक आयु के 99 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन का प्रथम डोज और 83 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन के दोनों टीके लगाए जा चुके हैं।
राज्य में 18 वर्ष से अधिक के करीब शत-प्रतिशत और 15 से 18 वर्ष की 69 प्रतिशत जनसंख्या को पहला टीका लग चुका है। यहां 18 वर्ष से अधिक के दो करोड़ 15 लाख 44 हजार 268 नागरिकों और 15 से 18 वर्ष के 11 लाख 38 हजार 967 किशोरों को कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगाया जा चुका है। प्रदेश में एक करोड़ 76 लाख 74 हजार 281 नागरिकों को कोरोना से बचाव का दोनों टीका लगाया जा चुका है। दोनों आयु वर्गों में पहली और दूसरी तथा प्रिकॉशन डोज को मिलाकर प्रदेश भर में अब तक (8 अप्रैल तक) कुल तीन करोड़ 96 लाख 64 हजार 568 टीके लगाए गए हैं।