सरगुजा
53 वर्षों का रिकॉर्ड टूटा, पारा 41 पार, सडक़ों पर सन्नाटा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 11 अप्रैल। राजस्थान की तरफ से आ रही लगातार गर्म हवा के कारण उत्तर छत्तीसगढ़ में प्रचंड गर्मी पड़ रही है। सोमवार को सरगुजा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर सबसे ज्यादा गर्म रहा। अप्रैल में गर्मी ने 53 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 41.4 डिग्री पर पहुंच गया है। इससे पहले अंबिकापुर में 1969 में इतनी प्रचंड गर्मी पड़ी थी। प्रचंड गर्मी के थपेड़ों से लोग परेशान हो गए हैं। दोपहर में सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा।
गौरतलब है कि अब तक प्रदेश में सबसे ज्यादा गर्म प्रदेश की राजधानी रायपुर और न्यायधानी बिलासपुर था, पर सोमवार को प्रदेश का सबसे गर्म जिला सरगुजा था। सरगुजा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर की बात की जाए तो यहां पारा 41 डिग्री के पार पहुंच गया है।
प्रदेश की राजधानी रायपुर व न्यायधानी बिलासपुर को पछाड़ सरगुजा अग्रिम हो गई है। आज रायपुर में अधिकतम तापमान 39 डिग्री एवं बिलासपुर में 40.6 डिग्री था तो इन दोनों गर्म जिलों को पीछे छोड़ते हुए अम्बिकापुर में रिकार्ड तोड़ गर्मी पड़ी।
अम्बिकापुर में बेतहाशा बढ़ी गर्मी से लोग बेहाल हो गए हैं। यहां पारा 41.2 डिग्री पर पहुंच गया है, जो औसत तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। गर्म हवा के थपेड़ों से लोगों को लू का अहसास कराने लगी है, लोग बाहर निकलने में कतराने लगे हंै, जो बाहर निकल रहे हैं, वह सफेद तौलिया, छाता व अन्य संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं।
मौसम के इस तेवर का लोगों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है, लोग बीमार पड़ रहे हैं। किसानों के गेहूं और जौ की फसलों को भी नुकसान हो सकता है, बालियां सूख जाने से पैदावार में प्रभाव पड़ सकता है।
कृषि के जानकारों का कहना है कि सब्जियों की फसलों की समय-समय पर सिंचाई करते रहे। पशुओं को दिन में दो-तीन बार पानी अवश्य पिलाते रहें, नहीं तो बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार 12 अप्रैल से उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता तथा पश्चिमी उत्तरप्रदेश से मध्यप्रदेश के मध्य क्षेत्र तक वर्तमान में सक्रिय द्रोणिका, दक्षिण भारत में एवं कर्नाटक के आसपास चक्रीय घेरे के प्रभावी रहने से आने वाले दो तीन दिनों तक ग्रीष्म की गर्म तरंगों से कुछ राहत मिल सकती है।
अलग-अलग सिस्टम के कारण बनी ऐसी स्थिति- भट्ट
मौसम वैज्ञानिक एएम भट्ट ने बताया कि प्रदेश में इस समय दो अलग-अलग सिस्टम बने हुए हैं,उत्तर छत्तीसगढ़ सरगुजा में राजस्थान की तरफ से गर्म हवा आ रही है, जिसके कारण प्रचंड गर्मी पड़ रही है तो वहीं दक्षिण छत्तीसगढ़ में बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर बना हुआ है जिसके कारण वहां आसमान में बादल है व नमी युक्त हवा के कारण कहीं-कहीं बारिश हुई है, जिससे तापमान में गिरावट आई है।
प्रदेश में अभी दो विपरीत हवा चल रही है, दोनों विपरीत हवा मध्य छत्तीसगढ़ में टकरा रही है जिसके कारण उत्तर छत्तीसगढ़ व दक्षिण छत्तीसगढ़ का तापमान अलग-अलग है। राजस्थान की ओर से आ रही लगातार गर्म हवा के कारण नार्थ छत्तीसगढ़ ज्यादा गर्म हो गया है, अमूमन ऐसा बहुत कम होता है। अम्बिकापुर में सामान्य से चार डिग्री ज्यादा तापमान है जो अप्रैल के प्रथम 11 दिनों की स्थिति में अधिकतम गर्मी का नया रिकॉर्ड है, इससे पहले 11 अप्रैल 2010 में 41.2 डिग्री अधिकतम पारा दर्ज किया गया था एवं 1969 में 41.4 सर्वाधिक था।