रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 अपै्रल। सीनियर आईएएस अफसर के घरेलू सामान को दिल्ली पहुंचाने की व्यवस्था करने वाले राज्य कृषि मंडी बोर्ड के अफसरों पर गाज गिर सकती है। कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने इस पूरे मामले में बोर्ड प्रबंधन को जवाब-तलब किया है। गौर करने लायक बात यह है कि सामान छोडऩे गए कर्मचारियों में से एक को ब्रेन हैमरेज के कारण हालत चिंताजनक बनी हुई है।
सूत्र बताते हैं कि कृषि मंत्री ने ब्रेन हैमरेज के कारण अस्पताल में भर्ती कर्मचारी कुलेश्वर साहू का हाल जाना है, और विभाग के अधिकारियों को हर संभव मदद के निर्देश दिए हैं। कृषि मंत्री ने बोर्ड से जानकारी चाही है कि किस आधार पर अफसर के घरेलु सामान छोडऩे के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
उल्लेखनीय है कि प्रमुख सचिव डॉ. एम गीता की केंद्र सरकार में पोस्टिंग के बाद यहां उनके देवेंद्र नगर स्थित सरकारी निवास पर कुछ सामान को दिल्ली भिजवाना था। कहा जा रहा है कि डॉ. गीता की पहल पर मंडी बोर्ड के अफसरों ने दो कर्मचारियों फारूक अहमद और कुलेश्वर साहू की ड्यूूटी लगाई। अपर संचालक अशोक कुम्भज ने बकायदा प्रमाणित भी किया है। 25 मार्च को विधिवत आदेश जारी किए गए।
दोनो कर्मचारी लौट रहे थे, तभी ग्वालियर के पास कुलेश्वर साहू को बे्रन हैमरेज हो गया। कुलेश्वर साहू को पहले ग्वालियर में भर्ती कराया गया, और फिर रायपुर लाकर एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया। इसके कुछ दिन बाद उसे यहां डीकेएस में भर्ती कराया गया। यहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। कुलेश्वर साहू रायपुर कृषि उपज मंडी में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी है। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है, और बोर्ड के अधिकारियों ने पल्ला झाड़ लिया। कुलेश्वर साहू की ड्यूटी रायपुर कृषि मंडी के सचिव प्रदीप शुक्ला ने लगाई थी। कहा जा रहा है कि कुम्भज के साथ-साथ प्रदीप शुक्ला पर भी गाज गिर सकती है।