रायपुर
![प्रबंधन के अडय़िल रवैया के विरोध में विद्युत कर्मी जलसमाधी में जुटे प्रबंधन के अडय़िल रवैया के विरोध में विद्युत कर्मी जलसमाधी में जुटे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1650107990G_LOGO-001.jpg)
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 16 अप्रैल। छत्तीसगढ़ संविदा विद्युत कर्मचारी के हजारों सदस्य नियमितीकरण की मांग के लिए विगत 10 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। प्रबंधन के अडय़िल रवैया व सरकार के घोषणा पत्र की उपेक्षा का आरोप लगाकर संविदा कर्मचारियों ने शनिवार को जलसमाधी के प्रदर्शन की तैयारी की। चिलचिलाती धूप में पिछले 35 दिनों से कर्मचारियों का जमावड़ा बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर बना हुआ है। प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष विजय कुमार झा एवं संविदा विद्युत कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विवेक भगत ने बताया है कि विगत 35 दिनों से लोकतंत्र की हत्या हो रही है। राजधानी में धरनारत संविदा कर्मचारियों से कोई चर्चा पहल अथवा समाधान का प्रयास न कर प्रबंधन अडय़िल रवैया अपनाए हुए हैं। प्रबंधन छत्तीसगढ़ की जनता व छत्तीसगढ़ सरकार की उपेक्षा करते हुए 10 पैसा प्रति यूनिट विद्युत दरों में वृद्धि कर पैसा कमाने व दूसरे राज्यों में विद्युत बेचकर अपना स्वार्थ सिद्धि में लगे हुए हैं।
दोनों राजनीतिक पार्टियां खैरागढ़ चुनाव में भरदे झोली की नीति पर अपने स्वार्थ में लगे हुए हैं। छत्तीसगढ़ के नवयुवक विद्युत संविदा कर्मचारी, उनके घायल साथियों, व दिवंगत कर्मचारियों के प्रति सरकार के संवेदनहीनता के कारण आज देर शाम तक मुख्यमंत्री निवास घेराव करने 3 घंटे से श्याम टॉकीज बूढ़ा तालाब के पास धरनारत संविदा विद्युत कर्मचारियों में व्यापक आक्रोश है। नेताद्वय ने रिक्त पदों पर नियमितीकरण कर विधानसभा के जन घोषणापत्र का पालन करने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मांग करते हुए बाहरी अधिकारियों से छत्तीसगढ़ का शोषण तत्काल बंद कराने की मांग की है।