रायपुर
![फारेंसिक जांच में खुलासा, चौथी शादी के शक में पति की हत्या फारेंसिक जांच में खुलासा, चौथी शादी के शक में पति की हत्या](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1650370137mage.jpg)
एक्सपर्ट बोले-हमले के बाद आंख बंद होना मतलब है हत्या
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 19 अप्रैल। चौथी शादी के शक में सोते हुए पति को मौत के घाट उतारने वाली महिला को पुलिस ने मंगलवार को जेल दाखिल करने प्रक्रिया पूरी की। आरोपियों को हिरासत में लेकर उसे कोर्ट में पेश किया। बयान लेने के दौरान आरोपिया इंगेश्वरी धुर्वे काफी देर तक पुलिस और फारेंसिक टीम को गुमराह किया। महिला के बयान लेने के दौरान अफसर चौंकते रहे। दरअसल जब कमरे में पति उमेश कुमार धुर्वे मृत हालत में मिला तो पत्नी इंगेश्वरी ने बताया वह खुद बेहोश हो गई थी।
पति ने उसे मारा था तो वह गिर गई थी। बाद में पति ने खुद को चौंट पहुंचाते हुए सुसाइड कर लिया। फारेंसिक टीम और पुलिस ने बारिकी से जांच करते हुए आरोपियों को कहा कि मृतक की आंखें बंद थी। यानी वह बिल्कुल सोया हुआ था। अगर जागकर खुद से खुद पर हमला किया होता तो आंखें खुली की खुली रहती। सीने और सिर पर सील बाटे से कोई व्यक्ति इतना जोर से हमला नहीं कर सकता था जिससे की उसे ही गहरी चोट पहुंचती। फारेंसिक टीम के लगातार यह सवाल पूछने से आखिर इंगेश्वरी टूट गई और फिर अपना गुनाह कबूल किया। इंगेश्वरी खुद को बचाने कहानी गढ़ रही थी। जांच में साफ हुआ है कि मृतक उमेश ने दूसरी शादी टूटने के बाद इंगेश्वरी से तीसरी शादी की थी। वे दोनों दो साल से संबंध में थे। रात में छत पर किसी से बात करने के दौरान इंगेश्वरी ने उसे देख लिया इसके बाद उसे शक हुआ। तभी उसने सोए हालत में पति को सील पत्थर सिर में मारकर हत्या कर दी। बाद में पड़ोसी के देख लेने के बाद गुमराह करने लगी थी।
इसलिए सुलझ गया केस वरना नहीं था गवाह
आरोपी महिला की मासूमियत देखकर पुलिस भी पहले गुमराह हो रही थी, लेकिन इस तरह के हालात थे उससे शक गहरा गया। मृतक के सीने और सिर में गहरे चोट थे। पड़ोसी ने भी बयान दिया कि जब सुबह कमरे का दरवाजा नहीं खुला तब खिडक़ी से झांककर देखा तो इंगेश्वरी ने पति को पानी पिलाने की कोशिश में थी, जब तक पति मर चुका था।
फारेंसिक टीम के आने के बाद घुमी कहानी
हत्या की कहानी में पुलिस खुदकुशी के एंगल पर जांच कर रही थी लेकिन जब फारेंसिक टीम ने जांच की दिशा बदली तब आरोपियों ने अपराध स्वीकारा। फारेंसिक टीम ने मृतक का आंख बंद होना, झटपटाहट के बिना हाथों का सीने में होना। सामान्य सोए मुद्रा में शरीर ने हत्या की तरफ इशारा कर दिया। इन बिंदुओं में पूछताछ शुरू होते आरोपिया टूट गई जिससे हकीकत का पता चला।