कोण्डागांव
आग बुझाने के बताए तरीके
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 21 अप्रैल। शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संरक्षण में व केमिकल सोसायटी, रसायन शास्त्र विभाग के तत्वावधान में नगर सेना, कोण्डगांव व राज्य आपदा मोर्चा बल की टीम द्वारा फायर सेफ्टी विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यक्रम में एस के मार्बल जिला सेनानी और जिला अग्निशमन अधिकारी व मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सी आर पटेल ने स्वागत उद्बोधन में नगर सेना एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के कार्यों की सराहना करते हुए राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके योगदान का संक्षिप्त इतिहास बताया। श्री मार्बल ने अपने व्याख्यान में आग लगने और उसे रोकने के सिद्धांत बताए। उन्होंने बताया कि ईंधन और हवा ऑक्सीजन ये दोनों चीजें आग लगने में सहायक हैं। अगर इनमें से कोई एक भी न हो तो आग नहीं लग सकती। आग बुझाने के लिए इन दोनों में से किसी एक हो अगर खत्म कर दें तो आग स्वयं बुझ जाएगी।
उन्होंने बताया कि आग के चार प्रकार होते हैं। आग लकड़ी की आग होती है जो कूलिंग या पानी से बुझा सकते हैं। सभी प्रकार के तेल की आग होती है जो ऑक्सीजन को रोककर बुझाई जा सकती है। इसे रेत पाउडर या फोम से भी बुझा सकते हैं। इस फोम से उस आग पर एक परत बन जाती है और ऑक्सीजन मिलना बंद हो जाती है। आग गैस या इलेक्ट्रिक शार्ट सर्किट की आग होती है जो डीसीपी ड्राई पाउडर से बुझाई जाती है। आग मैटेलिक फायर होती है जो कबच केमिकल से बुझाई जाती है। उन्होंने विभिन्न संस्थानों में लगने वाले विभिन्न तरह के फायर सेफ्टी सिस्टम के बारे में जानकारी दी और फायर सेफ्टी से संबंधित नियमों की भी जानकारी दी।
उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि फायर सेफ्टी के फील्ड में रोजगार की अपार संभावनाएं है और इसमें अच्छी सैलरी भी प्राप्त होती है। डिप्लोमा कोर्स छत्तीसगढ़ में नहीं है किंतु नागपुर में इसकी प्रतिष्ठित संस्थान है। जहां से कोर्स किया जा सकता है। उन्होंने स्टाफ और छात्र-छात्राओं की फायर सेफ्टी से संबंधित बहुत सारी जिज्ञासाओं को भी शांत किया। व्याख्यान के बाद नगर सेना व एसडीआरएफ की टीम द्वारा लकड़ी, तेल और गैस सिलेंडर की आग को बुझा कर दिखाया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ आशीष कुमार आसटकर के द्वारा किया गया और आभार प्रदर्शन नसीर अहमद के द्वारा किया गया। इस दौरान शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय और शासकीय आदर्श नवीन कन्या आवासीय महाविद्यालय के समस्त स्टाफ मौजूद रहे।