रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अप्रैल। सीएम भूपेश बघेल के प्रदेश दौरे से पहले चारों नए जिलों में ओएसडी, और एडिशनल एसपी की पोस्टिंग हो सकती है। बताया गया कि चारों जिलों में आपत्ति-दावों का निराकरण अंतिम चरण में है।
स्वतंत्रता दिवस के भाषण में सीएम ने मानपुर-मोहला, मनेंद्रगढ़-बैंकुठपुर, सक्ति, और सारंगढ़-बिलाईगढ़ को जिला बनाने की घोषणा की थी। इस घोषणा को 9 माह हो चुके हैं, लेकिन ये जिले अस्तित्व में नहीं आ पाए। बताया गया कि सभी चारों जिलों में आपत्ति-दावे बुलाए गए थे। बड़ी संख्या में आपत्ति-दावे भी आए थे। रायगढ़ के विधायक प्रकाश नायक, सरिया को रायगढ़ जिले में शामिल करने के लिए दबाव बनाए हुए है। इसी तरह सक्ति, और मनेंद्रगढ़-बैंकुठपुर में भी विवाद की स्थिति है। मोहला-मानपुर-चौकी जिला को लेकर विवाद की स्थिति नहीं हंै। यहां सीमाएं तय हो चुकी है। उत्तर में राजनांदगांव जिले का छुरिया तहसील, दक्षिण में उत्तर बस्तर कांकेर जिले के तहसील दुर्गकोंदुल व पखांजूर, पूर्व में बालोद जिले के तहसील डोंडी व डोंडीलोहारा और पश्चिम में महाराष्ट्र राज्य की सीमाएं लगेंगी।
सूत्र बताते हैं कि सीमाएं नहीं बदली जाएगी। चारों जिलों के जल्द से जल्द अस्तित्व में लाने के लिए स्थानीय लोगों का भी दबाव है। सीएम श्री बघेल 4 तारीख को प्रदेश दौरे पर निकल रहे हैं।
माना जा रहा है कि जिलों की घोषणा से पहले चारों जिलों में ओएसडी, और एडिशनल एसपी की नियुक्ति हो सकती है।
जिलों के जल्द गठन के पीछे एक प्रमुख वजह यह भी है कि जनगणना का काम शुरू होने वाला है। 30 जून के बाद नए जिले अस्तित्व में नहीं आ पाएंगे। यही वजह है कि जल्द से जल्द नियुक्ति की कोशिश हो रही है। ताकि यहां सेटअप तैयार हो जाए।