रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 अप्रैल। विद्युत संविदा कर्मियों पर बर्बरता पूर्वक कार्रवाई के विरोध में भाजयुमो और कर्मचारी नेताओं ने जेल परिसर पहुंच कर विरोध दर्ज किया। इस दौरान शहर अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी, भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरीशंकर श्रीवास भाजयुमो के प्रदेश मीडिया प्रभारी उमेश घोरमोड़े अमित महेश्वरी सहित नेता मौजुद रहे और 60 कर्मियों की रिहाई तक जेल परिसर में डटे रहे। दूसरी ओर कर्मचारी नेता विजय झा और विवेक भगत ने बताया कि लाठी चार्ज कर उनके धरना स्थल पर पंडाल को उखाडक़र आज राजधानी में लोकतंत्र की हत्या की गई है। स्पष्ट रूप से एसडीएम देवेंद्र पटेल भी संविदा कर्मचारियों को वीडियो में मारते हुए दिखाई दे रहे हैं, जो न केवल अपराध बल्कि मानवाधिकार का उल्लंघन है। छत्तीसगढ़ सरकार विद्युत मंडल में भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रही है। इसका प्रमाण है पूर्ववर्ती चेयरमैन राजीव रंजन करोड़ों रुपया विद्युत मंडल से कमाकर बिहार में न केवल विधानसभा चुनाव लड़े, बल्कि विधायक और मंत्री बने। ऐसे ही छत्तीसगढ़ को चारागाह बनाकर उच्च अधिकारी शोषण कर रहे और छत्तीसगढय़िा नवयुवकों को जनधोषना पत्र के विपरित लाठी मार रहे। अनेक संविदा कर्मचारियों के हाथ पैर टूट गए हैं, सर फट गए हैं। उन्होने इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।