रायपुर
मेडिकल कार्पोरेशन भ्रष्टाचार का अड्डा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 अप्रैल। पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने मेडिकल कार्पोरेशन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार जेनरिक दवाईयों को लेकर गंभीर नहीं है। कंवर ने कहा कि डॉक्टरों पर जेनरिक दवाई लिखने के लिए दबाव नहीं बनाया जा रहा है, और ब्रांडेड दवाईयों की निविदा बुलाकर खरीदी हो रही है।
कंवर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जेनरिक दवाईयां नहीं लिखने पर कार्रवाई का अधिकार मेडिकल काउंसिल ऑफ छत्तीसगढ़ को है। उन्हें तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। सरकार अगर जेनरिक दवाईयां, और सर्जिकल नहीं लिखने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई करेंगे, तो जनता का धन बचा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जेनरिक दवाईयां 70 फीसदी कम दर पर मिलती है। और ब्रांडेड दवाईयों की कीमत 50 फीसदी कम दर से करने की घोषणा से सरकार को समस्या से निदान मिल जाएगा। पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश में दो हजार करोड़ का ब्रांडेड दवाईयों का व्यवसाय हो रहा है, और इसमें 50 फीसदी कम दवाई मिलने से सभी तरह की हेरा-फेरी बंद हो जाएगी।
पूर्व मंत्री कंवर ने मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन में भ्रष्टाचार का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में शिकायत भी की गई थी। वहां पदस्थ जीएम पर भ्रष्टाचार के आरोप है इतनी शिकायत होने के बावजूद जीएम को मूल विभाग में वापस नहीं भेजा गया है। सरकार के उच्च पदों पर बैठे लोगों का उन्हें संरक्षण हासिल है। इस वजह से उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है।