रायपुर
छुट्टी से लौटे आईजी ने क्राइम मीटिंग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 मई। शहर में हाईप्रोफाइल डकैती कांड से लेकर पॉश कॉलोनियों में चोरी के मामलों ने पुलिस के लिए सिरदर्द बढ़ा रखा है। एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट के गठन किए जाने के बाद भी चर्चित मामलों में टीमों को कोई खास सफलता नहीं मिल पा रही है कि अब आईजी ओपी पाल ने बड़े मामलों की छानबीन के लिए अलग से स्पेशल टीम बनाकर फोकस करने कहा है। बुधवार को एसएसपी समेत तमाम पुलिस अफसरों की बैठक लेने के बाद शहर के बड़े मामलों में छानबीन तेज करने के साथ जल्द से जल्द खुलासा करने पर जोर दिया। देवपुरी सांई वाटिका में छह से सात डकैत वारदात के बाद से फरार हैं। इस मामले में पुलिस कुछ भी सुराग नहीं जुटा सकी। धार और महाराष्ट्र जाकर कुछ पेशेवर अपराधी गैंग की पतासाजी तो की लेकिन इसके बाद भी कोई खास सफलता नहीं मिली। सांई वाटिका के बाद धरसींवा के अकोली क्षेत्र में भी एक मकान में लाखों रुपये के गहने और नगदी रकम चुराए गए। परिवार जब गहरी नींद में डूबा था तभी आरोपी वारदात को अंजाम दे भागे। परिवार के नींद में होने के कारण यह पता नहीं चल सका कि यहां कितने लोग घुसे थे। जिस तरह से चोरी की घटना को अंजाम दिया गया माना जा रहा है कि यहां भी शातिर पांच से ज्यादा ही थे। अगर परिवार की नींद खुल जाती तो यहां भी डकैती जैसे हालात बन जाते। आईजी ओपी पाल के चार्ज संभाल लेने के बाद पुराने मामलों के निकाल के साथ में ही कौंबिंग गश्त पर जोर दिया जा रहा है। सभी थानेदारों को अपने-अपने क्षेत्र में नियमित रूप से गश्त करने निर्देश दिए गए हैं।
थानों में जल्द बदलाव
आईजी ओपी पाल की बैठक लेने के बाद अब थानों में बदलाव होने की चर्चा आम होर्ग गई है। हाल में रायपुर जिले के कई थानेदारों के जिले के बाहर पोस्टिंग होने के बाद से उनकी जगह नए चेहरों के आने के बाद दूसरे थानों में भी बदलाव किए जाने की तैयारी है। संवेदनशील क्षेत्रों के थानों में प्रभार बदला जाएगा।