रायपुर
रायपुर, 24 जून। लगभग 5 वर्ष पूर्व नारीनिकेतन से कोपलवाणी आई मूकबधिर बालिका मीनाक्षी की शादी हो गई। यह शादी इसलिए भी विशेष है क्योंकि दूल्हा दुल्हन दोनों मूकबधिर है। इस विवाह की विशेषता यह है कि डिस्पोजेबल किसी भी वस्तुओं का प्रयोग नही किया गया। विशेष इसलिये भी है कि इस बालिका की शादी अनेक समाजिक संस्थाओं ने मिलकर किया।
कोपलवाणी की संस्थापक श्रीमती पद्मा शर्मा ने बताया कि यह एक अद्भुत प्रयोग है जिसमे एक बालिका जिसके माता पिता भाई बहन बड़ी मां मौसी के रूप में समाजसेवी उपस्थित रहे। पचरी पारा दुर्ग निवासी राकेश श्रीवास्तव के सुपुत्र लकी श्रीवास्तव ने मीनाक्षी का हाथ थामा। शुरुवाती दौर में ऐसा सोचा गया था कि मात्र 11 कपड़ों में मीनाक्षी को विदा कर पाएंगे लेकिन रायपुर शहर में समाजसेवियों की सेवाभाव की वजह से सौ कां मीनाक्षी को हर वो उपहार दिया गया जो एक मातापिता अपनी बेटी को देते है।
यह विवाह विश्व योग दिवस के दिन होने के कारण वरमाला वीरभद्रासन में हुई। कोपलवानी संस्था द्वारा किये जा रहे इस नेक कार्य में सक्षम,लावण्या फाउंडेशन, श्री वल्लभ प्रेम सेवा समाज ट्रस्ट, गुजराती महिला मंडल बिलासपुर, हरसंभव फाउंडेशन, नवसृजन मंच,भारतीय योग संस्थान, आस एक प्रयास सेवा टोली, प्रांतीय अखंड ब्राह्मण समाज, जि़न्दगी न मिलेगी दोबारा, मधुधारा संगठन, अनुप्रभा फाउंडेशन, आल इंडिया लेडीज क्लब,सर्वमंगल फाउंडेशन, अर्पण महिला मंडल, छत्तीसगढ़ महिला मंच,उमंग,इनरव्हील क्लब,राजकुमार कुकरेजा मेमोरियल सोसायटी प्रमुख थे।