राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 जुलाई। पूर्व विधायक कोमल जंघेल ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंहदेव का ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग से इस्तीफा देना सरकार की अंदरूनी लड़ाई, सरकार जनहित में काम नहीं कर रही है और सरकार जनघोषणा पत्र को भूल जाने के खिलाफ उनका इस्तीफा देने का कारण झलकता है।
पूर्व विधायक श्री जंघेल ने कहा कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार द्वारा देशकी महती योजना प्रधानमंत्री आवास योजना को फेल करने और गरीबों को आवास न बने, इस सोच से सरकार ने केंद्र की उक्त राशि का उपयोग न कर आवास की राशि को केंद्र सरकार को वापस होने दिया। जिससे आज प्रदेश में 8 लाख लोग आवास से वंचित हो गए। जिसका दर्द मंत्री ने अपने पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखा है, जो दुर्भाग्यजनक है।
इससे स्पष्ट है कि ये छत्तीसगढ़ के सरकार गरीबों के खिलाफ है और गरीबों का घर बनाना नहीं चाहती।
मंत्री ने अपने विभाग मे अपमानित होने वाली भी बात लिखी है कि जिस विभाग के मंत्री है जिसमें उनका नहीं चलता विकास कार्य ‘मुख्यमंत्री समग्र ग्रमीण विकास योजना’ की राशि की स्वीकृति का अधिकार उस विभाग के मंत्री का होता है, लेकिन इसकी स्वीकृति उस विभाग के मुख्य सचिव द्वारा किया जाता। जिससे निर्वाचित विधायकों के प्रस्ताव के आधार पर विकास कार्य स्वीकृत नहीं हो पाता, मंत्री का अधिकार समाप्त कर अधिकारियो के माध्यम से स्वीकृत कर सरकार द्वारा एक मंत्री का अधिकार का हनन है।
पत्र में मंत्री का यह भी कहना कि जो जनघोषणा पत्र थे, जिसे चुनाव के पूर्व जारी किया गया था, उसे भी पूरा नहीं किया जाना भी गलत है। जिसका उसने उल्लेख कर सरकार को याद दिलाने की कोशिश किया।