राजनांदगांव
घुमका हत्याकांड की गुत्थी सुलझी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 मई। जिले के घुमका इलाके के बिजेतला में एक युवक की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझाते हुए वारदात में शामिल माता-पिता और छोटे बेटे को गिरफ्तार किया है। आदतन शराब के नशे में रहने वाले बड़े बेटे के कारण घर की शांति चली गई थी। आए दिन छोटे भाई-बहन और माता-पिता के साथ हाथापाई करने से सभी त्रस्त थे। जिसके चलते उसकी मिलकर हत्या की गई।
एएसपी राहुल देव शर्मा ने प्रेसवार्ता लेते बताया कि बिजेतला के रहने वाले वेदप्रकाश निर्मलकर की 17 मई को गांव के होरीलाल उमरे के खेत के कुएं में एक बंधी हुई बोरी से लाश मिली। पुलिस तक मामला जैसे ही पहुंचा, प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका के आधार पर जांच शुरू हुई।
पुलिस ने मृतक वेदप्रकाश निर्मलकर की पृष्ठभूमि की जांच करते पाया कि उसका परिवार के साथ मतभेद था। तीन दिनों तक वह लापता था। परिवार की ओर से शिकायत नहीं होने के कारण पुलिस का शक मजबूत हुआ।
ग्रामीणों से पुलिस को मृतक के साथ छोटे भाई बालमुकुंद निर्मलकर, माता-पिता और छोटी बहन के साथ आए दिन मारपीट करने की ठोस जानकारी मिली। पुलिस को यह बात समझ में आ गई कि पारिवारिक कलह हत्या की वजह है। इस आधार पर मुख्य संदेही के तौर पर बालमुकुंद उर्फ पप्पू निर्मलकर, पिता मनहरण निर्मलकर व माता मीनाबाई निर्मलकर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
पुलिस के सवालों का जवाब देते हुए संदेहियों ने हत्या करना कबूल किया। हत्या की वजह का खुलासा करते आरोपियों ने पुलिस को बताया कि घर के सभी सदस्य वेदप्रकाशके रवैये से परेशान थे। आए दिन वह माता-पिता, बहन-भाई के साथ मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी देता था। वर्ष 2022 में भी रोजाना कलह से परेशान बहन और मां घर से चले गए थे। उसी रंजिश के कारण मृतक के छोटे भाई ने अपने माता-पिता को विश्वास में लेकर हत्या की साजिश रची।
15 मई की रात को जब आरोपी बालमुकुंद का बड़ा भाई वेदप्रकाश निर्मलकर घर में सो रहा था, तब टंगिये से सिर और गर्दन में 4 से 5 बार प्रहार किया गया। जिससे उसकी मौत हो गई। उसके शव को आरोपी भाई और पिता द्वारा जूट की बोरी में भरकर गांव के होरीलाल उमरे के खेत के कुएं में फेंक दिया। हत्या से जुड़े साक्ष्यों को मिटाने के लिए आरोपी के माता-पिता ने भी साथ दिया। पुलिस ने मामले का पर्दाफाश 24 घंटे के भीतर कर दिया।