रायगढ़
मामले की हुई थी शिकायत, विधानसभा में उठे थे सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 जुलाई। कैम्पा मद से जुर्डा गांव में स्वीकृत 54 लाख के तालाब निर्माण में गड़बड़झाला करने के मामले में वन विभाग ने एक रेंजर, डिप्टी रेंजर व बीट गार्ड को निलंबित कर दिया। गड़बड़ी को लेकर जिला पंचायत ने भी चार सदस्यीय टीम गठित कर जांच रिपोर्ट दी थी। इस टीम में प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना व आरईएस के ईई के साथ ही मनरेगा के पीओ व जिला पंचायत सदस्य शामिल थे।
ज्ञात हो कि वनमंडल के रायगढ़ रेंज अंतर्गत जुर्डा के रिजर्व फॉरेस्ट में कैम्पा मद से 54 लाख की लागत से तालाब निर्माण की स्वीकृति मिली थी। मगर नक्शे में फेरबदल करते हुए तत्कालीन रेंजर छोटेलाल डनसेना व अन्य कर्मचारियों ने निर्माण स्थल ही बदल डाला। रिजर्व फॉरेस्ट में कार्य न कराते हुए पूर्व से जल संचय योजना के तहत राजस्व भूमि में खुदे तालाब व उसकी डबरी को ही अपने प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया और काम कराना शुरू कर दिया। पुराने तालाब को नया स्वरूप देकर विभाग को गुमराह करने की शिकायत मिलने के बाद डीएफओ ने मामले में जांच के आदेश दिए और एसडीएओ ने अपने जांच में इस गड़बड़ी पर मुहर लगा दी। जिला पंचायत की जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद डीएफओ ने तत्कालीन रेंजर छोटे लाल डनसेना, डिप्टी रेंजर राजकुमार सारथी व गार्ड लाखन सिंह सिदार को निलंबित कर दिया है। पूरे मामले की जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई है।