सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 29 जुलाई। दरिमा थाना क्षेत्र के करजी में एक श्रमिक की करंट से मौत के मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता पर 304 ए के तहत मामला दर्ज होने के बाद मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा 12 सदस्यों की जांच समिति का गठन करने को लेकर भाजपा के पार्षद आलोक दुबे व सांसद प्रतिनिधि कैलाश मिश्रा ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।
शुक्रवार को अंबिकापुर नगर के होटल पंचानन में प्रेस वार्ता के दौरान पार्षद आलोक दुबे ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम करजी में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के फार्म हाउस में कार्यरत आदिवासी श्रमिक बसंत बेक की मृत्यु गत 22 जुलाई को दोपहर 12 बजे बिजली के करंट लग जाने से मौत हो गई थी। दो दिन बाद जिला व पुलिस प्रशासन के संज्ञान में जब यह मामला आया तो प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए दरिमा थाना में 304 ए के तहत कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता के ऊपर एफआईआर दर्ज किया।
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता के ऊपर एफआईआर दर्ज करने के बाद स्थानीय विधायक व मंत्री टी एस सिंह देव अपने लेटर पैड में कांग्रेस नेताओं के 12 सदस्यीय टीम का गठन किया, जो असंवैधानिक है, और शासन के नियमों के विरुद्ध है। श्री दुबे ने कहा कि जांच कमेटी बनाने का अधिकार स्वास्थ्य मंत्री को नहीं है।
उक्त प्रकरण में जांच कमेटी गठित करने का अधिकार मुख्यमंत्री, पुलिस विभाग के गृहमंत्री, प्रदेश के डीजीपी, सरगुजा रेंज के आईजी, कलेक्टर सरगुजा एवं पुलिस अधीक्षक सरगुजा को है। श्री दुबे ने उक्त मामले को लेकर राज्यपाल अनसुईया उइके के नाम ज्ञापन भी प्रेषित किया है।