रायपुर

थानों में गांजे की भरमार, नष्टीकरण में देरी से परेशानी, 400 केस अभी भी कतार में
12-Aug-2022 7:07 PM
थानों में गांजे की भरमार, नष्टीकरण में देरी से परेशानी, 400 केस अभी भी कतार में

नारकोटिक्स सेल ने तोड़ी तस्करों की कमर, कोतवाली में भी एक गिरफ्तार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 12 अगस्त। शहर में लगातार गांजा तस्करों पर कार्रवाई होने के बाद ज्यादातर थानों के मालखाने पार्सल से भर गए हैं। थानों में गांजा नष्टीकरण के लिए लेटलतीफी होने की वजह से बारिश के दिनों स्टॉक सुरक्षित रखने की चुनौती बढ़ गई है। ज्यादातर माल खानों में चूहों ने तंग कर रखा है। गांजा नष्टीकरण के मामले में अभी भी 400 प्रकरण पेंडिंग है। छह महीने पहले थानों से निकाले गए पुराने मामलों में जब्त गांजा नष्ट किया गया। अब धड़ाधड़ चल रही कार्रवाई के बाद फिर से नष्टीकरण के लिए दबाव बढ़ा है।

हाल के दिनों में नार्काेटिक्स सेल की कार्रवाई में रिकार्ड गांजा पार्सल बरामद हुए हैं। अलग से दूसरे मादक पदार्थों की सप्लाई करने वालों को भी दबोचा जा रहा है। पुलिस ने जारी किए गए आकड़ों में अभी तक सबसे ज्यादा गांजा तस्कर पकड़े गए हैं। जब्त गांजा और दूसरे मादक पदार्थों की कीमत करोड़ रुपये के पार है। नार्कोटिक्स सेल की कार्रवाई में अभी तक कई बड़े तस्कर हत्थे चढ़ चुके हैं। कार्रवाई में तेजी लाने के बाद ओडिशा और महाराष्ट्र से सक्रिय बड़े तस्करों का चेनल टूटा है। बाईरूट गांजा लेकर निकलने वालों की धरपकड़ के लिए शहर के बार्डर के रास्तों में पुलिस अब चेकिंग प्वाइंट बनाकर कार्रवाई कर रही है। संदिग्ध कारोबार की धरपकड़ करने के लिए पुलिस ने नाकाबंदी प्वाइंटों को भी बदल दिया है। इस समय नए मार्गों को भी निगरानी में लिया जा रहा है। नाकाबंदी प्वाइंट पहले से फिक्स करने के बजाए आनन फानन में संदिग्धों की घेराबंदी कर जांच चल रही है। इससे एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट की टीम को सफलता भी मिली है। नार्कोटिक्स सेल द्वारा नशा कारोबार को लेकर सख्त अभियान चलाया जा रहा है। सेल प्रभारी गिरीश तिवारी के मुताबिक नए रास्तों में निगरानी बढ़ाकर संदिग्धों की धरपकड़ कर रहे हैं। हाल के दिनों में बड़े तस्करों के चेनल तोडऩे में सफलता मिली है। नशा कारोबार करने वालों में सबसे ज्यादा गांजा तस्कर हत्थे चढ़े हैं।

छत्तीसगढ़ के रास्ते से यूपी-दिल्ली तक खपत

पुलिस की कार्रवाई में पकड़े गए बड़े तस्करों से खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ के रास्ते से यूपी और दिल्ली तक गांजा पार्सल भेजने चेनल बनाया गया था। धरसंीवा, गोल बाजार और टिकरापारा क्षेत्र में पकड़े गए दर्जनभर तस्करों से खुलासा हुआ है।  यूपी प्रयागराज और दिल्ली से आकर तस्कर पार्सल खपाने जुटे थे लेकिन पुलिस की घेराबंदी में आरोपी फंसे। ओडिशा से गांजा लेकर छत्तीसगढ़ घुसते ही आरोपियों को पकड़ा गया।

नष्टीकरण की प्रक्रिया

तेज करने निर्देश

थानों में मादक पदार्थों के नष्टीकरण की कार्रवाई तेज करने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थानेदारों को निर्देशित किया है। हाल में समीक्षा बैठक लेने के दौरान भी एसएसपी ने प्राथमिकता के साथ गांजा व दूसरे मादक पदार्थों को नष्ट करने के लिए कहा। नार्कोटिक्स सेल की कार्रवाई में अभी तक 52 आरोपी पकड़े गए हैं। एक साल के अंदर नशा कारोबार के 26 प्रकरण दर्ज हैं जिसमें सबसे ज्यादा गांजा पार्सल जब्त करने कार्रवाई हुई है।

बैग में आठ किलो गांजा के साथ दबोचे गए

टिकरापारा पुलिस ने रविवार को गांजा तस्करी के मामले में दो आरोपी रामसखा विश्वकर्मा और योगेंद्र कुमार सेन को संदिग्ध हालत में पकड़ा। उनके पास रखे बैग की तलाशी ली। इस दौरान उनके पास से आठ किलो गांजा बरामद हुआ। आरोपी पुडिय़ा में गांजा खपाने की फिराक में थे। इसी दौरान जब पार्सल लेकर पहुंचे मुखबीर ने जानकारी दी। तुरंत आरोपियों को पकड़ा गया। 

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