रायपुर
रायपुर, 17 अगस्त। ‘‘मेरे कहे इस वाक्य को जिंदगी में हमेशा याद रखना- जिंदगी में अगर ले सको तो किसी की दुआएं ले लेना, मगर भूल-चूक कर भी कभी किसी की बददुआ मत लेना। जिंदगीभर के लिए इस मंत्र को अपना लो कि- दुआ कभी किसी का साथ नहीं छोड़ती और उससे बड़ा सच ये है- बददुआ कभी किसी का पीछा नहीं छोड़ती।
आज नहीं तो कल दुआ आपके बुरे वक्त में काम आती है तो बददुआ आदमी की जिंदगी में बुरा वक्त लाकर खड़ा कर देती है। मैं तो कहता हूं अगर आपके घर में कोई मजदूर काम करता है, उसका पसीना सूखे उससे पहले उसकी जेब में उसकी मेहनत का पैसा डाल देना।
क्योंकि दुआ जितना काम करती है, उससे कहीं ज्यादा बददुआ काम किया करती है। जहां दुनिया की कोई दौलत काम नहीं करती, वहां ईश्वर की तरह शक्ति बनकर दुआ की दौलत काम करती है।
ये प्रेरक उद्गार राष्ट्रसंत महोपाध्याय श्रीललितप्रभ सागरजी महाराज ने आउटडोर स्टेडियम बूढ़ापारा में जारी दिव्य सत्संग जीने की कला के अंतर्गत धर्म सप्ताह के पंचम दिवस शुक्रवार को ‘कैसे कमाएं जीवन में दुआओं की दौलत’ विषय पर व्यक्त किए।
नहीं चाहिए दिल दुखाना किसी का, सदा न रहा है सदा न रहेगा ये जमाना किसी का... इस प्रेरक भजन से दिव्य सत्संग का शुभारंभ करते हुए संतप्रवर ने कहा कि संतश्री ने आगे कहा कि गजब की होती है ये दुआओं की दौलत। जब सूटकेस, हीरे और जवाहरात की दौलत भी बेकार हो जाती है तब भी अगर कोई आदमी किसी दुर्घटना में बचता है तो उसे बचाने वाली दौलत का नाम है दुआ की दौलत।
ये दौलत जिंदगी में या तो कभी मुसीबत आने नहीं देती और अगर जब मुसीबत आ जाए तो दुनिया की कोई दौलत काम नहीं करती, तब दुआओं की दौलत काम करती है। इसीलिए जिंदगी में अगर सबसे ज्यादा किसी दौलत को आदमी को बटोरना चाहिए तो वह है दुआओं की दौलत।
याद रखना मारने वाले के दो हाथ होते हैं और बचाने वाले के हजार हाथ होते हैं। हाथ जोडक़र उस ईश्वर के सामने दुआ की दौलत मांग लेना। एक अमीर आदमी अपने इकलौते बेटे को बचाने के लिए दुनिया की दौलत हाथ में लिए खड़े रहता है।
महंगे से महंगे डॉक्टर कर लेता है और जब डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर से बाहर आते हैं तब वे कहते हैं हमने तो पूरी कोशिश कर लें अब तो बस आप लोग दुआ करो। इसीलिए मैं आपको बताना चाहता हूं, जहां पर डॉक्टर की दवा काम नहीं करती वहां पर भी दी हुई दुआएं काम करती है।
जहां कोई नेटवर्क काम नहीं करता वहां काम करता है दुआओं का नेटवर्क
संतप्रवर ने कहा कि जिंदगी में और कोई कमाई करो न करो, एक कमाई जरूर कर लेना, कभी ऐसी समस्या खड़ी हो जाती है जब सारा धन मिलकर भी उस एक समस्या का समाधान नहीं कर पाता, अगर आपने कभी दुआ की दौलत बटोरी है तब अचानक कोई ऐसा व्यक्ति आया जिसने आपकी सारी समस्या का समाधान कर दिया। जिदंगी के उस वक्त जब आपके पास आपका-अपना कोई नहीं होगा, और आपका कोई नेटवर्क वहां काम न करे तब आपके पास रखा हुआ दुआओं का नेटवर्क जरूर काम आ जाएगा।
टेढ़े वचन बोलकर किसी की बददुआ न लो
संतप्रवर ने कहा कि जिंदगी में भूल-चूककर कभी-भी किसी का दिल मत दुखाना। अक्सर हम लोग जिंदगी में अपने वचन व्यवहार से-टेढ़े बोलकर न जाने कितनी बददुआएं इक्_ी कर लेते हैं। यह तय है कि जब हम किसी के प्रति मन में प्रतिकूल व्यवहार करते हैं तो सामने वाला हमारे लिए गलत कामना करता है, और जब हम किसी के प्रति अनुकूल व्यवहार करते हैं तो सामने वाला हमारे प्रति प्रतिकूल बोलने की बजाय अनुकूल बोला करता है। इसीलिए जब भी वचन का व्यवहार करो, सावधान हो जाओ, आपका वचन-आपकी वाणी वीणा बन जाए पर कभी बाण न बने।