सरगुजा
अम्बिकापुर,24 अगस्त। छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के प्रांतीय निकाय के आह्वान पर चौथे चरण के 22 अगस्त से प्रारम्भ अनिश्चित कालीन आंदोलन के तृतीय दिवस 88 संगठनों पदाधिकारियों और उनके कर्मचारियों के साथ साथ प्रदेश भर के अधिकारी कर्मचारी एवं सरगुजा संभागीय मुख्यालय में आयुक्त, सरगुजा संभाग, कलेक्टोरेट सरगुजा, जिला पंचायत, वन विभाग, पंजीयन कार्यालय, तहसील, एसडीएम कार्यालय सहित जिला न्यायालय, नगर पालिक निगम के साथ ही सभी कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, तहसीलदार/नायाब तहसीलदार हड़ताल पर रहे।
इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में प्रदेश के विभिन्न अधिकारी और कर्मचारी प्रदेश के इतिहास मे प्रथम बार प्रदेश के न्यायिक वर्ग के कर्मचारी अपने गृहभाड़ा भत्ता एवं महंगाई भत्ता की मांग को लेकर आन्दोलनरत् हैं। अनिििश्चतकालीन धरना-स्थल पर लोगों ने अपने विचार व्यक्त कर अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी अपनी आवाज शासन तक बुलंद की।
प्रदेश के समस्त अधिकारी/कर्मचारी संगठनों सक्रिय सहयोग से फेडरेशन के बैनर तले यह अनिश्चितकालीन आन्दोलन 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता एवं गृहभाड़ा सातवें वेतनमान के समान की मांग को लेकर अनवरत जारी रहेगा।
धरने में प्रमुख रूप से राजपात्रित अधिकारी संघ के डॉ सी के मिश्रा,लिपिक वर्ग कर्मचारी संघ अध्यक्ष दुर्गेश सिन्हा, राजस्व लिपिक संघ, सरगुजा के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ अनिल तिवारी, छ.ग. प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष आनंद सिंह यादव, राजस्व निरीक्षक संघ संजय सिंह, अध्यक्ष पटवारी संघ श्रीकांत चौबे, वन कर्मचारी संघ अजित सिंह, नगर निगम कर्मचारी संघ अब्दुल हमीद, पॉलिटेक्निक व्याख्याता संघ राजेन्द्र तिवारी, डिप्लोमा अभियंता संघ से एल.एल. मालवीय, आलोक सिंह, प्रमोद शर्मा, राकेश मिश्रा, रामेन्द्र मिश्रा, शीतल बहादुर सहित न्यायिक कर्मचारी संघ से अध्यक्ष राकेश सोनी, नीरज सोनी सहित बसन्त जायसवाल, रीता आइच, ज्योति भगत, वन्दना सिंह, किरण महतो, सुषमा रावत, पल्लवी दुबे, संध्या टोप्पो, मीना ध्रुव, स्नेहलता पाठक, लक्ष्मी नायर, हेमन्ती मिंज आदि उपस्थित थे।