राजनांदगांव
राजनांदगांव, 15 सितंबर। शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय राजनांदगांव में गत् 5 सितंबर को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में प्राचार्य डॉ. सुमन सिंह बघेल के मार्गदर्शन में मनाया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. बघेल ने कहा कि शिक्षक कुम्हार की तरह होता है, जैसे कुम्हार कच्चे मिट्टी को नए आकार देता है, वैसे ही शिक्षक छात्र का भविष्य गढ़ता है। शिक्षक समाज में ज्ञान का प्रकाश फैलाता है, हमारे भीतर सामाजिक व नैतिक मूल्यों का रोपण करता है, सुसंस्कृत समाज और सशक्त राष्ट्र बनाने में योगदान देता है। रासेयो अधिकारी डॉ. एसआर कन्नोजे ने कहा कि गुरू अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला या अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाने वाला होता है।
सहा. प्रा. डॉ.नागरत्ना गनवीर ने कहा कि शिक्षक मोमबत्ती की तरह होता है, जो जलकर दूसरों को प्रकाश देता है, ये शिष्य पर निर्भर करता है कि कितना गुरू का ज्ञान ले पाया। माता-पिता हमारे प्रथम गुरू हैं। डॉ. फुलसो राजेश पटेल ने कहा कि जीवन जीने के लिए सिर्फ किताबी ज्ञान ही पर्याप्त नहीं होता, हमारे भीतर साहस, हौसला, धैर्य, नैतिकता, करूणा जैसे मानवीय गुण एक अच्छा गुरू ही दे सकता है। कार्यक्रम का संचालन व ज्ञापन करूणा साहू ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के स्टॉफ व अधिक संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।