गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 30 सितंबर। इन दिनों अंचल में बेमौसम बारिश से धान की खड़ी फसल चौपट होने की कगार पर है। क्षेत्र के ग्राम हसदा, मानिकचौरी, पिपरौद, बजरंगपुर, चंपारण, कठिया, टीला, सेमरा, नवागांव, कोलियरी सहित अंचल के ग्रामों में इस असमय बारिश से किसान अपनी फसल को बचाने चिंतित नजर आ रहे हैं।
अर्ली वैरायटी रियल 11 कंपनी,1008, हरहुना,आदि किस्म के धान की बालियां निकलकर पकने तैयार है लेकिन बेमौसम बारिश-बदली से खड़ी फसल नीचे गिरने लगा है खेतों में पानी भरा का भरा हुआ है ऐसे में धान की फसलों में चाप, माहूं, सडऩ गलन की शिकायतें बढ़ रही है।
क्षेत्र के किसान नेता चंद्रिका साहू एवं जनपद सदस्य कमल नारायण साहू ने खराब स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अंचल के कुछ जगहों पर धान के फसल पक कर तैयार होने लगा है कुछ ही दिनों में कटाई का कार्य भी शुरू हो जाएगा लेकिन खराब मौसम के चलते किसानों को कीटनाशक दवाई,खाद आदि का खर्च बढ़ गए हैं। आर्थिक बोझ से जूझना पड़ रहा है जिससे किसानों की स्थिति खराब हो गई है। ऐसी स्थिति रही तो क्षेत्र में अकाल की छाया मंडरा रही है।