बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
विश्रामपुरी, 30 अक्टूबर। कोरम पूर्ति के अभाव में दो बार ग्रामसभा स्थगित हुई थी, जब तीसरी बार ग्राम सभा का आयोजन हुआ तो ऐसी भीड़ जुटी कि प्रशासनिक अधिकारियों के पसीने छूट रहे थे।
ग्राम सभा अध्यक्ष के लिए सराधु राम एवं संतराम ने दावेदारी पेश की, जिसमें सरादु राम को 658 तथा संतराम को 531 लोगों का समर्थन प्राप्त हुआ, तत्पश्चात सराधु राम को ग्राम सभा अध्यक्ष घोषित किया गया। सरादु राम के नाम की घोषणा होते ही समर्थकों ने जोरदार आतिशबाजी एवं गुलाल के साथ खुशी जाहिर की।
मामला कोंडागांव जिले के बड़ेराजपुर ब्लॉक के बांसकोट का है, जहां पेशा कानून के नए नियम के तहत एक साल के लिए ग्राम सभा का अध्यक्ष चुना जाना था। जिसके लिए यहां विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया था। जिसके लिए ग्रामीणों में काफी उत्साह देखा गया।
सुबह 10 बजे से ही ग्रामीण जुटने लगे थे। भीड़ को देखकर अधिकारियों के भी पसीने छूटने लगे। यहां ग्राम सभा में विवाद की पहले से ही आशंका थी, जिसके चलते पुलिस बल भी बुला लिया गया था। इसके अलावा एसडीएम केशकाल, तहसीलदार विश्रामपुरी, थाना प्रभारी विश्रामपुरी, चौकी प्रभारी बांसकोट अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मौजूद रहे। इसके अलावा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जनपद पंचायत के अन्य अधिकारी भी ड्यूटी पर तैनात रहे।
पुलिस बल, अधिकारियों की तैनाती एवं लोगों की भीड़ को देखकर सडक़ से गुजरने वालों के लिए यह कौतूहल का विषय बन गया था।
ग्रामीणों ने बताया कि दरअसल दो गुटों में यह प्रतिष्ठा का विषय बन गया था, जिसके चलते दो-तीन दिन पहले से ही तैयारी चल रही थी कि ग्राम सभा अध्यक्ष किस गुट से चुना जाएगा। नियम के तहत ग्राम सभा अध्यक्ष के लिए वोटिंग किए जाने का प्रावधान नहीं है। ग्राम सभा में उपस्थित जनता से ही राय ली जाती है कि किसे ग्राम सभा अध्यक्ष चुना जाना है। ज्यादातर ग्राम पंचायतों में किसी एक व्यक्ति के नाम का प्रस्ताव कर उसे सर्वसम्मति से ग्राम सभा अध्यक्ष चुना गया, किन्तु ग्राम बांसकोट में पहले से ही गहमागहमी एवं तनाव पूर्ण माहौल था।
ग्राम सभा अध्यक्ष के लिए दो लोगों ने दावेदारी पेश की। तत्पश्चात सराधु राम एवं संतराम के बीच चुनाव तय हुआ। प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा उपस्थित ग्रामीणों को अपने-अपने प्रत्याशी की ओर खड़े होने कहा गया।
तत्पश्चात रस्सी से घेरा लगाया गया। किन्तु इससे यह पता नहीं चल पाया कि किसकी संख्या भारी है। तत्पश्चात दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों की गिनती शुरू की गई, जिसमें सरादु राम को 658 लोगों का तथा संतराम को 531 लोगों का समर्थन प्राप्त हुआ, तत्पश्चात सराधु राम को ग्राम सभा अध्यक्ष घोषित किया गया।
सरादु राम के नाम की घोषणा होते ही समर्थकों ने जोरदार आतिशबाजी एवं गुलाल के साथ खुशी जाहिर की।
इस अवसर पर एसडीएम शंकरलाल सिन्हा, तहसीलदार के भाई सीईओ एके ठाकुर, करारोपण अधिकारी एसएस आगरा, थाना प्रभारी रविशंकर ध्रुव, चौकी प्रभारी विजय सेंगर एवं जनपद उपाध्यक्ष, सरपंच, उपसरपंच, समस्त वार्ड पंच उपस्थित रहे।